अमेरिकी मिलिट्री ऑपरेशन में ISIS का सरगना बिलाल-अल-सुदानी समेत 10 आतंकी ढेर, लादेन स्टाइल में आपरेशन
अमेरिकी आतंकवाद विरोधी अभियान में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के एक सीनियर लीडर बिलाल-अल-सुदानी की मौत हो गई. अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने गुरुवार को इस बात की पुष्टी की. अमेरिका के मुताबिक इस ऑपरेशन में कई अन्य ISIS सदस्य भी मारे गए जबकि किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा है
उत्तरी सोमालिया में एक अमेरिकी आतंकवाद विरोधी अभियान में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के एक सीनियर लीडर बिलाल-अल-सुदानी की मौत हो गई. अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने गुरुवार को इस बात की पुष्टी की. अमेरिका के मुताबिक इस ऑपरेशन में कई अन्य ISIS सदस्य भी मारे गए जबकि किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा है. यह ऑपरेशन अमेरिकी सेना ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के आदेश पर किया था.
अमेरिकी सेना ने बिलाल अल-सुदानी को ठीक उसी अंदाज में मारा जिस तरह से साल 2011 में अमेरिका की फौज ने पाकिस्तान के एबटाबाद में मोस्ट वांटेड आतंकी ओसामा बिन लादेन को मारा था. बाइडन प्रशासन में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक उत्तरी सोमालिया में बिलाल अल-सुदानी पूरे अफ्रीका और महाद्वीप के साथ आईएसआईएस के विस्तार और अन्य गतिविधियों को अंजाम देने की योजना मे लगा हुआ था.
बता दे कि मारा गया आतंकी अल-सुदानी अफ्रीका में आईएसआईएस की बढ़ती उपस्थिति को बढ़ावा देने और अफगानिस्तान सहित दुनिया भर में समूह के संचालन के वित्तपोषण के लिए जिम्मेदार था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अल-सुदानी अफ्रीका में आईएसआईएस को बढ़ावा देने और अफगानिस्तान सहित दुनिया भर में समूह के संचालन के वित्तपोषण में मदद करता था. वहीं अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि इस ऑपरेशन में किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा है. उन्होंने खुफिया सदस्यों और अन्य अंतर-एजेंसी भागीदारों का इस सफल आतंकवाद विरोधी अभियान में समर्थन के लिए आभार जताया.
ऑस्टिन ने कहा, ‘यह कार्रवाई संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके भागीदारों को सुरक्षित और अधिक सुरक्षित बनाती है, और यह अमेरिकियों को देश और विदेश में आतंकवाद के खतरे से बचाने के लिए हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है. इस ऑपरेशन के परिणामस्वरूप किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा. हम अपने असाधारण सर्विस मेंबर्स के साथ-साथ हमारे खुफिया समुदाय और अन्य अंतर-एजेंसी भागीदारों के इस सफल आतंकवाद विरोधी अभियान में उनके समर्थन के लिए आभारी हैं.’