100th Episode: दिल्ली से लेकर यूएन तक, पूरी दुनिया में सुनी जाएगी प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को देश की जनता के साथ 100वीं बार 'मन की बात' करेंगे। बीते करीब नौ साल से हर महीने के आखिरी रविवार को प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम प्रसारित हो रहा है। इस कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री लोगों को प्रेरित करते हैं।  

100th Episode: दिल्ली से लेकर यूएन तक, पूरी दुनिया में सुनी जाएगी प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात'

रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम को आज 100 एपिसोड पूरे हो जाएंगे। हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम को खूब पसंद किया जाता है। इस बार के ऐतिहासिक एपिसोड को यादगार बनाने के लिए देश में जगह-जगह इसकी लाइव स्क्रीनिंग की जाएगी और करोड़ों लोग इसे लाइव सुन सकते हैं।  

प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपीसोड को सुनने के लिए भाजपा ने तैयारी की है। यह दिल्ली के 6530 स्थानों पर सुना जाएगा। इसके साथ ही कई नागरिक संगठन, आरडब्ल्यूए व व्यापारी संगठनों ने भी अपने-अपने माध्यम से विभिन्न स्थानों पर प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को सुनने के लिए सार्वजनिक व्यवस्था की है।

बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को देश की जनता के साथ 100वीं बार 'मन की बात' करेंगे। बीते करीब नौ साल से हर महीने के आखिरी रविवार को प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम प्रसारित हो रहा है। इस कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री लोगों को प्रेरित करते हैं।  

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि मन की बात एक ऐतिहासिक कार्यक्रम है और यह हमारी याद में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, जिसमें प्रधानमंत्री देशवासियों को हर महीने लगातार बिना किसी ब्रेक के संबोधित करते हैं। आज उस कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे हो रहे हैं। खास बात ये है कि प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में कभी भी राजनीति या राजनीति से जुड़े मुद्दों पर बात नहीं की और सिर्फ देश और देशवासियों से जुड़े सामाजिक मुद्दों पर अपनी बात रखी।  

पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि नए शिखर पर मन की बात रविवार सुबह 11 बजे रेडियो पर सुनाई देगी। वास्तव में 'मन की बात' आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यह कोविड महामारी के दौरान ‘सकारात्मकता का प्रकाश पुंज’ साबित हुआ। इस ऐतिहासिक पल का साक्षी न केवल पूरा देश हो रहा है बल्कि विदेशों में भी इस कार्यक्रम को लेकर बहुत उत्सुकता है। संसदीय क्षेत्र चांदनी चौक में लगभग 600 स्थानों पर सार्वजनिक तौर पर इस कार्यक्रम को सुनने की व्यवस्था की गई है।

तीन अक्तूबर 2014 को पीएम ने पहले अपने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया था। तब से लेकर आज तक हर महीने प्रधानमंत्री देश को मन की बात के जरिए देश के लोगों से बात करते हैं। कार्यक्रम के लिए आम लोगों से मुद्दे मांगे जाते हैं। लोग अलग-अलग माध्यमों से जिन मुद्दों पर प्रधानमंत्री को सुनना चाहते हैं, उनमें से कुछ मुद्दों पर प्रधानमंत्री महीने के आखिरी रविवार को बात करते हैं। कार्यक्रम के दौरान कई बार आम लोगों से भी प्रधानमंत्री बात करते हैं। उनके अनुभव के जरिए देश के लोगों को जागरुक करने की कोशिश करते हैं। 

मन की बात भारत का पहला रेडियो कार्यक्रम है जो टेलीविजन चैनलों द्वारा एक साथ प्रसारित किया जाता है। 2021 में संसद में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए सूचना प्रसारण मंत्रालय ने बताया था कि 34 डीडी चैनल और लगभग 91 निजी सैटेलाइट टीवी चैनल पूरे भारत में इस रेडियो कार्यक्रम का प्रसारण करते हैं। वर्ष 2020 तक इसने 11.8 करोड़ दर्शकों की संख्या और 14.3 करोड़ रीच हासिल की। 

प्रसार भारती 51 भाषाओं और बोलियों में मन की बात का अनुवाद और पुन: प्रसारण करती है। इसके अलावा एक अलग ट्विटर हैंडल 'मन की बात अपडेट्स' बनाया गया है जो मन की बात के दौरान उठाए गए मुद्दों के बारे में अपडेट देता है।