दसवीं पास ने ठगे 12 करोड़- दो दिन पहले ही खोला था कॉल सेंटर, अमेरिकी नागरिकों को ऐसे ठगा
गिरोह तीन हिस्सों में बंटा है। एक टीम लिंक तैयार कर अमेरिकी लोगों को भेजती है और इस पर कॉल किए जाने पर बात दूसरी टीम करती है। बात करने वाली टीम में सभी फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करते हैं। मैसेज में साफ्टवेयर से जुड़ी समस्याओं के समाधान और एंटी वायरस मुहैया कराने का झांसा दिया जाता है। एसीपी ने बताया कि यह गिरोह करीब 500 अमेरिकी नागरिकों से लगभग 12 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के इंदिरापुरम थाना पुलिस ने शुक्रवार को ज्ञानखंड-2 में ऐसे कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया जहां से विदेशी लोगों को ठगा जा रहा था। सेंटर को 10वीं पास शातिर विजय तलवार चला रहा था। इंदिरापुरम पुलिस ने क्षेत्र में चल रहे उसके कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर मुख्य आरोपित समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे 19 फोन, 17 कंप्यूटर, हेडफोन व लैपटाप मिला है।
उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि सॉफ्टवेयर अपडेट और कंप्यूटर की समस्याओं को दूर करने के नाम पर वह और उसका गिरोह 500 विदेशी लोगों से 12 करोड़ की ठगी कर चुके हैं।
पुलिस ने कॉल सेंटर से कुल 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी 10वीं-12वीं पास हैं। इन्होंने अंग्रेजी बोलने का कोर्स कर रखा है। ठगी के लिए कॉल करते समय खुद को कंप्यूटर का एक्सपर्ट बताते हैं।
एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह ने बताया कि गिरोह तीन हिस्सों में बंटा है। एक टीम लिंक तैयार कर अमेरिकी लोगों को भेजती है और इस पर कॉल किए जाने पर बात दूसरी टीम करती है। बात करने वाली टीम में सभी फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करते हैं। मैसेज में साफ्टवेयर से जुड़ी समस्याओं के समाधान और एंटी वायरस मुहैया कराने का झांसा दिया जाता है।
कॉल करने के दौरान मोबाइल व कंप्यूटर हैक करने को एप इंस्टाल कराते हैं और फिर इसे ठीक करने के नाम पर ठगी करते हैं। तीसरी टीम खाते में आए पैसों को इधर से उधर करने का काम करती है। किराये पर खातों की व्यवस्था करने के साथ ही यह टीम ठगी के रुपयों को बिटक्वाइन में भी निवेश करती है। एसीपी ने बताया कि यह गिरोह दो साल में करीब 500 अमेरिकी नागरिकों से लगभग 12 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है।
विजय तलवार ने पुलिस को बताया कि वह ठगी का यह धंधा लंबे समय से चला रहा है। लोगों के खाते साफ करने के हथकंडे उसने अपने साथी पीयूष गुप्ता से सीखे थे। इसके बाद खुद का गिरोह बना लिया और कॉल सेंटर खोलकर ठगी करने लगा।
वह नोएडा और दिल्ली में कॉल सेंटर चला चुका है। एडीसीपी अपराध विवेक यादव ने बताया कि विजय और उसके साथी दो साल से ठगी कर रहे हैं। अमेरिका, रूस, इंग्लैंड, फ्रांस सहित कई देश के लोगों के साथ ठगी की गई है।
बता दे पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में एडीसीपी क्राइम विवेक चंद्र ने बताया कि जालसाज इससे पहले नोएडा और दिल्ली में कॉल सेंटर चलाते थे। दो दिन पहले ही इंदिरापुरम में सेंटर को स्थापित किया था। सूचना के आधार पर शुक्रवार देर रात पुलिस ने दबिश देकर 14 आरोपितों को दबोच लिया।
पूछताछ में सरगना विजय तलवार ने बताया कि उसने अच्छी अंग्रेजी बोलने वाले लड़कों को कॉल करने के लिए रखा था। जिन्हें वह 20 से 25 हजार रुपये प्रति माह वेतन और ठगी की रकम का 1 प्रतिशत कमीशन इंसेंटिव के रूप में देता है।
कौशांबी के वैशाली सेक्टर-5 निवासी विजय तलवार (10वीं पास), खोड़ा कॉलोनी के पवन विहार निवासी संजय, हरियाणा के फरीदाबाद निवासी सार्थक, मनमीन सिंह, नई दिल्ली मयूर विहार निवासी मयंक, अभिषेक मित्तल, दिल्ली उत्तमनगर निवासी नोएल, खीरी के गांव पतवाड़ा बड़ा सरखना पूरव पलिया कला निवासी लोकेंद्र सिंह, दिलशाद गार्डन निवासी विपिन उप्रेती, मोहित त्रेहन, नोएडा सेक्टर 120 निवासी प्रशांत, मुरादनगर की गांधी कॉलोनी निवासी आशु त्यागी, इंदिरापुरम न्यायखंड-1 निवासी ध्रुव सिंह और प्रयागराज के राजापुर निवासी आकिब हुसैन को गिरफ्तार किया है।