जी-20 समिट की वजह से 160 घरेलू फ्लाइट्स रद्द, 3 दिन तक नहीं उड़ेंगे विमान; ये है सुरक्षा इंतजाम
दिल्ली 26 जनवरी और 15 अगस्त जैसे अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजामों के बीच छावनी जैसी नजर जाएगी. VVIP मूवमेंट की वजह से इन घरेलू उड़ानों को कैंसिल या पोस्टपोन किया जा सकता हैं. बताया जा रहा है कि भारत सरकार ने इसके लिए एयरलाइन्स कंपनियों को आदेश भी जारी कर दिया है.
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGIA) से होकर गुजरने वाली 160 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया है. इसकी वजह दिल्ली में 8 से 10 सितंबर तक होने वाली G20 समिट है.
इस दौरान दिल्ली 26 जनवरी और 15 अगस्त जैसे अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजामों के बीच छावनी जैसी नजर जाएगी. VVIP मूवमेंट की वजह से इन घरेलू उड़ानों को कैंसिल या पोस्टपोन किया जा सकता हैं. बताया जा रहा है कि भारत सरकार ने इसके लिए एयरलाइन्स कंपनियों को आदेश भी जारी कर दिया है.
इन तीन दिनों में दुनिया के लगभग हर बड़े देश के राष्ट्राध्यक्ष या उनके प्रतिनिधि भारत में होंगे. सुरक्षा कारणों से कुल 80 विमान दिल्ली एयरपोर्ट से न उड़ान भरेंगे और न ही वापस आएंगे. यानी न कोई टेकऑफ होगा और ना ही कोई लैंडिंग होगी.
वहीं एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी डायल का कहना है कि मुसाफिरों की कमी और इन दिनों दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस के कड़े इंतजामों को ध्यान में रखते हुए यात्राओं को रद्द करने के लिए आवेदन किया है. इनमें से अधिकांश हवाई यात्राएं ऐसे रूट की हैं, जहां कम यात्री सफर करते हैं. व्यस्त रूटों पर कोई फ्लाइट रद्द नहीं की जा रही है.
दिल्ली एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी डायल ने कहा, G-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर उसके पास पार्किंग के पर्याप्त इंतजाम हैं. डायल ने ये भी साफ किया है कि फ्लाइट्स कैंसिल करने की वर्तमान खबरों का विमान की पार्किंग से कोई संबंध नहीं है.
गौरतलब है कि दिल्ली का IGI एयरपोर्ट देश का सबसे बिजी एयरपोर्ट है. जहां से रोजाना 2 लाख लोग सफर करते हैं. देश के इस सबसे बड़े एयरपोर्ट पर करीब 220 पार्किंग स्लॉट हैं. गो फर्स्ट की आंतरिक चुनौतियों कि वजह से पहले से इस एयरपोर्ट पर 50 विमानों के खड़े होने से पार्किंग की दिक्कत की खबरें आई थीं. जिनका डायल ने खंडन कर दिया है.
बता दे कि शिखर सम्मेलन के लिए 50 से ज्यादा खास विमान दिल्ली में उड़ान भरेंगे, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और चीनी प्रधानमंत्री शी जिनपिंग जैसे लोग शामिल होंगे.
पार्किंग की समस्या को देखते हुए एयरलाइंस के विमानों को दिल्ली एयरपोर्ट के बजाय आसपास के एयरपोर्ट लखनऊ और जयपुर जैसी जगहों पर भेजे जा सकते हैं. वहीं टॉप लग्जरी होटल भी पूरी तरह से बुक हैं, जिसमें ताज होटल, लीला पैलेस और आईटीसी मौर्य शामिल हैं.