बैंक से चुराए 36 करोड़ रुपये, पकडे जाने पर बताया- वेब सीरीज से मिला चोरी का आइडिया
निजी बैंक से 34 करोड़ रुपए से ज्यादा की सेंध लगाने वाले मुख्य आरोपी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब करीब ढाई महीने बाद इस मामले का पर्दाफाश हुआ। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शेख को पुणे से गिरफ्तार किया गया.9 करोड़ रुपये से ज्यादा बरामद किए जा चुके हैं, बचे कैश के लिए जांच जारी है।
महाराष्ट्र के ठाणे के डोंबिवली इलाके में स्थित निजी बैंक से 34 करोड़ रुपए से ज्यादा की सेंध लगाने वाले मुख्य आरोपी को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। छानबीन में खुलासा हुआ है कि आरोपी ने मशहूर वेब सीरीज ‘मनी हीस्ट’ देखकर इस चोरी की साजिश रची थी।
पकड़ा गया मुख्य आरोपी अल्ताफ हुसैन शेख मानपाडा इलाके में स्थित प्राइवेट सेक्टर के बैंक आईसीआईसीआई बैंक में कैश कस्टोडियन मैनेजर के तौर पर काम करता था। शेख के साथ पुलिस ने उसकी बहन नीलोफर को भी गिरफ्तार किया है।
इसी साल जुलाई महीने में इस मामले का भांडाफोड़ हुआ था। इसके बाद मामले में इसरार कुरैशी, शमशाद खान और अनुज गिरी नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों से 5 करोड़ 80 लाख रुपए भी बरामद किए गए थे। लेकिन मुख्य आरोपी फरार था। आरोपियों ने जहां नकदी रखी थी वहां का अलार्म और सीसीटीवी बंद कर एयर कंडिशनर के डक्ट की जगह से एक साल में धीरे धीरे बैंक में रखे 34 करोड़ रुपए निकाल लिए थे। मुख्य आरोपी नकदी निकालकर फेंक देता और दूसरे आरोपी उसे लेकर चले जाते।
जाँच की शुरुवात में अंदाजा था कि आरोपियों ने बैंक से 12 करोड़ 20 लाख रुपए निकाले हैं, लेकिन आगे की जांच में खुलासा हुआ कि यह रकम 34 करोड़ रुपए से ज्यादा है। डोम्बिवली के मनपाड़ा पुलिस स्टेशन से वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शेखर बगडे ने बताया कि पुलिस ने पड़ताल में पाया कि किराए का कमरा शेख और उसकी बहन नीलोफर के नाम पर था। पुलिस ने इस मामले में पहले उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया। उसके बाद शेख और उनकी बहन को पकड़ लिया। अब करीब ढाई महीने बाद इस मामले का पर्दाफाश हुआ। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शेख को पुणे से गिरफ्तार किया गया.9 करोड़ रुपये से ज्यादा बरामद किए जा चुके हैं, बचे कैश के लिए जांच जारी है।