तय की जाएगी जवाबदेही-अमित शाह, शुरू हुयी जुबानी जंग, जानिए सुरक्षा चूक की पूरी क्रोनोलॉजी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि यह अस्वीकार्य है और जवाबदेही तय की जाएगी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इस सवाल का जवाब देने की जरूरत है कि सुरक्षा काफिले को किसने झूठी मंजूरी दी और प्रधानमंत्री को जिस रास्ते पर जाना था उसके बारे में जानकारी किसने लीक की है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान और पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर गठित कांग्रेस की कैंपेन कमेटी के चेयरमैन सुनील जाखड़ ने PM की सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठा दिए।

तय की जाएगी जवाबदेही-अमित शाह, शुरू हुयी जुबानी जंग, जानिए सुरक्षा चूक की पूरी क्रोनोलॉजी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि यह अस्वीकार्य है और जवाबदेही तय की जाएगी। इस पूरे मामले पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नाराजगी जताई है। शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय ने पंजाब में PM की सिक्योरिटी में चूक को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। PM के विजिट के दौरान सुरक्षा में ऐसी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस मामले में जवाबदेही तय की जाएगी।

शाह यहीं नहीं रुके। उन्होंने यहां तक कह दिया कि पंजाब में कांग्रेस की तरफ से प्रायोजित यह घटना इस बात का ट्रेलर है कि वह कैसे सोचती और काम करती है। लगातार लोगों की तरफ से रिजेक्ट किए जाने के बाद कांग्रेस पागलपन के रास्ते पर खड़ी हो गई है। कांग्रेस नेताओं को पूरे देश से अपने किए पर माफी मांगनी चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में बुधवार को सबसे बड़ी चूक देखने को मिली. कुछ प्रदर्शनकारियों ने पंजाब की सड़कों पर ऐसा बवाल काटा कि प्रधानमंत्री मोदी का काफिला आगे नही बढ़ पाया और 15 से 20 मिनट तक वहीं पर फंसा रह गया. बाद में प्रधानमंत्री की रैली को ही रद्द करना पड़ गया और प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली लौट आए. लेकिन इस पूरे मामले ने देश की राजनीति में भूचाल ला दिया है. बीजेपी इसे कांग्रेस की साजिश बता रही है, वहीं कांग्रेस रैली में भीड़ ना आने का बहाना बता रही है और सुरक्षा विस्तृत जांच की बात कर रही हैं. 

भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक को लेकर राज्य की चन्नी सरकार को फटकार लगाई है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इस सवाल का जवाब देने की जरूरत है कि सुरक्षा काफिले को किसने झूठी मंजूरी दी और प्रधानमंत्री को जिस रास्ते पर जाना था उसके बारे में जानकारी किसने लीक की है। उन्होंने कहा, 'भाजपा कार्यकर्ताओं और देश को पंजाब में कांग्रेस सरकार से यह सवाल पूछने की जरूरत है कि डीजीपी ने प्रधानमंत्री के काफिले को रूट क्लीयरेंस क्यों दी? पंजाब सरकार में वह कौन है जिसने फ्लाईओवर के ऊपर मौजूद व्यक्तियों को प्रधानमंत्री के मार्ग के बारे में जानकारी दी?''

पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान और पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर गठित कांग्रेस की कैंपेन कमेटी के चेयरमैन सुनील जाखड़ ने PM की सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठा दिए। जाखड़ ने कहा कि फिरोजपुर में आज जो हुआ, वह स्वीकार करने योग्य नहीं है। यह पंजाबियत के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के लिए फिरोजपुर में भाजपा की राजनीतिक रैली तक पहुंचने का सुरक्षित रास्ता सुनिश्चित किया जाना चाहिए था। लोकतंत्र इस तरह काम नहीं करता।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक के बाद एक, कई ट्वीट कर इसकी जो वजह बताई, वह बहुत ही चौंकाने वाली रही। जेपी नड्‌डा के अनुसार,पीएम का काफिला जब नेशनल हाईवे पर फंसा तो पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने फोन पर बात करने या इस समस्या का समाधान करने से ही इनकार कर दिया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पीएम की रैली रद्द करने के लिए ओच्छे हथकंडे अपनाए। कांग्रेस को यह भी याद नहीं रहा कि रैली से पहले पीएम को शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव को श्रद्धांजलि देने के अलावा कई विकास प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और नींव पत्थर भी रखना था।

कांग्रेस पार्टी छोड़ चुके पंजाब के पूर्व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली रद्द होने के बाद कांग्रेस पार्टी और पंजाब की चन्नी सरकार पर जमकर हमला बोला। कैप्टन ने कहा कि चन्नी सरकार पंजाब का बेड़ागर्क करने पर तुली है। कांग्रेस का प्रधान नवजोत सिद्धू कोई न कोई ऊटपटांग बयान देता रहता है। सिद्धू कांग्रेस पार्टी की मेनिफेस्टो कमेटी का मेंबर नहीं है, फिर भी घोषणाएं कर रहा है। यह सरकार 70% उधार पर चल रही है। लोगों को गुमराह कर वोट लेना चाहते हैं। पंजाब में मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस प्रधान तक झूठ बोल रहे हैं।