MP प्रशासन का एक्शन 3 साल की मासूम से रेप के आरोपी का 24 घंटे में ढहाया घर
भोपाल में तीन साल की प्ले स्कूल में पढ़ने वाली एक बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। राजस्व विभाग, पुलिस और नगर निगम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए कार्रवाई करते हुए बस ड्राइवर के घर पर हथौड़ा चलाकर उसे गिरा दिया गया है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में तीन साल की प्ले स्कूल में पढ़ने वाली एक बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। उसे अपनी वहशियत का शिकार बनाने वाला स्कूल बस का ड्राइवर था। चौंकाने वाली बात यह है कि जब घटना हुई, तब महिला हेल्पर भी मौजूद थी, जिसे इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ही रखा गया है। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला हाई-प्रोफाइल स्कूल से जुड़ा है, इसलिए पूरे भोपाल में इसे लेकर रोष है।
राजस्व विभाग, पुलिस और नगर निगम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए यह कार्रवाई करते हुए बस ड्राइवर के घर पर हथौड़ा चलाकर उसे गिरा दिया गया है। आरोपी ड्राइवर के द्वारा शाहपुरा क्षेत्र में वसंत कुंज कॉलोनी के पास टंकी के सामने गार्डन की जमीन पर कब्जा कर अवैध रूप से मकान बनाकर अतिक्रमण किया हुआ था। बच्ची से रेप के मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तारी की कार्रवाई के साथ ही जिला प्रशासन के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। मकान तोड़ने से पहले ड्राइवर के परिवार से मकान को खाली करवाया गया. फिर उसके बाद कार्रवाई की गई।
बता दे क्या था पूरा मामला भोपाल के रातीबड़ थाना इलाके में स्थित एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली तीन साल की मासूम के साथ ड्राइवर ने अश्लील हरकत की थी। घटना चार दिन पुरानी है। घटना के वक्त महिला हेल्पर भी बस में मौजूद थी। उसने बच्ची को नहीं बचाया। बच्ची के स्कूल से घर पहुंचने पर मां ने कपड़े बदलने पर उसके प्राइवेट पार्ट पर खरोंच के निशान देखे। इसके बाद शक होने पर बच्ची से पूछा कि आपको कोई बैड टच करता है। बच्ची ने बताया कि अंकल बैड टच करते है। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन को शिकायत की। इसके बाद पुलिस कमिश्नर से शिकायत की गई। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट में एफआईआर दर्ज कर ड्राइवर और महिला हेल्पर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले में दोनों से पूछताछ कर रही है।
हैरान करने वाली बात यह है कि आरोपी ड्राइवर दो लड़कियों का पिता है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने मुश्किल से तीन महीने पहले ही स्कूल में काम करना शुरू किया था। बीते शुक्रवार को बच्ची ने आरोपी को तस्वीरों से पहचाना। पुलिस फिलहाल इस जांच में जुटी है कि क्या स्कूल ने आरोपी का पुलिस वेरिफिकेशन किया था, या नहीं। हालांकि स्कूल मैनेजमेंट का कहना है कि उन्होंने वेरिफिकेशन कराया था।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब बच्ची घर आई तो उसकी मां ने पाया कि किसी ने उसके कपड़े बदलकर उसके बस्ते में रखी दूसरी यूनिफॉर्म पहनाई थी। उन्होंने कहा कि इसके बाद मां ने अपनी बेटी की क्लास टीचर और स्कूल की प्रधानाध्यापिका से इस संबंध में बात की, लेकिन दोनों ने बच्ची के कपड़े बदलने से इनकार कर दिया। अधिकारी के अनुसार, बाद में बच्ची ने अपने गुप्तांग में दर्द की शिकायत की, जिसके बाद उसके माता-पिता ने उसे विश्वास में लिया और उसकी काउंसलिंग की। इस दौरान बच्ची ने उन्हें बताया किया कि बस चालक ने उसके साथ यौन दुर्व्यवहार किया और उसके कपड़े भी बदले।
इस घटना के बाद कलेक्टर अविनाश लवानिया ने एसडीएम और डीईओ को निर्देश दिए हैं कि सभी स्कूल बसों (जिनमें बच्चियां आती-जाती हैं) में महिला स्टाफ जरूरी है और इसके साथ ही रिकार्डिंग कैमरे भी अनिवार्य हैं। इसके लिए लगातार सभी बसों की जांच की जाए. अलग-अलग उड़न दस्ते बनाए जाएं और बसों की समय-समय पर जांच भी होती रहे।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि दोनों आरोपी हनुमंत और उर्मिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। जहां तक स्कूल प्रबंधन का सवाल है, उन्होंने मामले में लीपापोती करने की कोशिश की है। उन्हें भी जांच में शामिल किया जाएगा और स्कूल के वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी। दोषी होने पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।