वंदे भारत ट्रेन के बाद अब वंदे मेट्रो- हाईटेक तकनीक और सुविधाओं से लैस यूपी के इन शहरों में दौड़ेगी

हाईड्रोजन ट्रेनें भी जल्द ही रेलवे ट्रैक पर नजर आएंगी। बजट में हुए इस प्रावधान की जानकारी रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल अधिकारियों के साथ साझा की है। भारतीय रेलवे 'वंदे भारत' एक्सप्रेस के बाद अब वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी में है. इस बाबत सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है। ये ट्रेन दो शहरों को जोड़ने वाली और कम दूरी के रेलवे स्टेशनो के बीच दौड़ेगी।

वंदे भारत ट्रेन के बाद अब वंदे मेट्रो- हाईटेक तकनीक और सुविधाओं से लैस यूपी के इन शहरों में दौड़ेगी

भारतीय रेलवे 'वंदे भारत' एक्सप्रेस के बाद अब वंदे मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी में है. इस बाबत सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है। ये ट्रेन दो शहरों को जोड़ने वाली और कम दूरी के रेलवे स्टेशनो के बीच दौड़ेगी। उत्तर मध्य रेलवे के वाराणसी, प्रयागराज, झांसी, आगरा, मंडल के चुनिंदा रेलवे स्टेशनों से इस ट्रेन का संचालन किया जाएगा।

आने वाले दिनों में छोटी दूरी के लिए वंदे मेट्रो का संचालन किया जाएगा। जैसे डेमू और मेमू का संचालन होता है। उदाहरण के तौर पर वाराणसी कैंट से पीडीडीयूनगर रेलवे स्टेशन, वाराणसी-प्रतापगढ़ और वाराणसी- प्रयागराज रेलवे स्टेशन के बीच वंदे मेट्रो का संचालन किया जाएगा। एसी, स्लीपर के साथ ही अनारक्षित बोगी भी होगी।

हाईड्रोजन ट्रेनें भी जल्द ही रेलवे ट्रैक पर नजर आएंगी। बजट में हुए इस प्रावधान की जानकारी रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेल अधिकारियों के साथ साझा की है।  पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के डीआरएम रामाश्रय पांडेय ने बताया कि बजट में इन ट्रेनों का प्रावधान किया गया है। रेलमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं में यह ट्रेनें शामिल है।

रेल अधिकारियों के अनुसार रेलवे बजट में कई निर्णय लिए गए हैं। वंदे भारत ट्रेन से छोटी यह वंदे मेट्रो ट्रेन होगी। 50 से 120 किमी से कम दूरी वाले दो शहरों के बीच में चलाया जाएगा। जिसका फायदा रोजाना और दो शहरों के बीच यात्रा करने वाले लोगों को होगा। क्योंकि इसके चलते लोग कम समय में अपने घर या कार्यालय आवाजाही कर सकेंगे।

इसके साथ ही इस ट्रेन के चलने से यातायात की समस्या से भी निजात मिलेगी और लोगों का सफर भी सुरक्षित व सुहाना होगा।  रेल अधिकारियों के अनुसार यह ट्रेन नवीनतम तकनीक और सुविधाओं से लैस है, जो इसे दुनिया की सबसे उन्नत ट्रेनों में से एक बनाती है।

माना जा रहा है कि यह ट्रेन पूरी तरह से वाईफाई और अन्य सुविधाओं से लैस होगी। नए डिजाइन के टॉयलेट भी होंगे। एडवांस ब्रेक सिस्टम से लेकर फायर सेंसर, जीपीएस, एलईडी स्क्रीन, सेफ्टी सिस्टम, ऑटोमैटिक दरवाजे जैसी सुविधाएं भी मौजूद रहेंगी।