अखिलेश यादव बने सपा प्रमुख, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- प्रोपेगेंडा फैलाने के ब्रांड एंबेसडर हैं

रामगोपाल यादव ने अखिलेश यादव के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। पार्टी नेताओं ने उन्हें बधाई दी और पार्टी के लिए संघर्षशील रहने का भरोसा दिया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि सपा अध्यक्ष को प्रोपेगेंडा फैलाने का ब्रांड एंबेसडर बताया है।

अखिलेश यादव बने सपा प्रमुख, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- प्रोपेगेंडा फैलाने के ब्रांड एंबेसडर हैं

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव को तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। चुनाव अधिकारी रामगोपाल यादव ने उनके निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। पार्टी नेताओं ने उन्हें बधाई दी और पार्टी के लिए संघर्षशील रहने का भरोसा दिया। इसके साथ ही सपा वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप देगी। 

समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन रमाबाई अंबेडकर मैदान में राष्ट्रगान के साथ शुरू हुआ। अखिलेश यादव ने राष्ट्रध्वज फहराने के बाद पार्टी का ध्वजारोहण किया। इससे पहले बुधवार को समाजवादी पार्टी के राज्य सम्मेलन में मंगलवार को नरेश उत्तम को फिर प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया गया है। वह तीसरी बार प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। 

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि सपा अध्यक्ष को प्रोपेगेंडा फैलाने का ब्रांड एंबेसडर बताया है। भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि सपा के प्रोपेगेंडा को फिर 2024 में जनता बेनकाब करेगी और जीरो पर पूरी सपा आउट होगी। 2024 में फिर दूध का दूध और पानी का पानी होगा। भ्रष्टाचार, जंगलराज, परिवारवाद, तुष्टीकरण ही सपा का डीएनए है और प्रदेश को गर्त में ढकेलने की सजा जनता सपा को दे रही है।

उन्होंने कहा कि सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन परिवारवाद की पराकाष्ठा का सबसे बड़ा नमूना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर लगातार चार बार से जनता की ओर से नकारे जाने के बाद भी एक ही व्यक्ति को बार-बार चुनना, यह साबित करता है कि पार्टी में दूसरा कोई योग्य व्यक्ति नहीं है और पूरी पार्टी धरातल की सच्चाई से कोसों दूर है।

कहा कि सपा सरकार में सबसे अधिक उत्पीड़न दलितों का हुआ, यह बात आज भी दलित समाज भूला नहीं है। बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर और डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से सपा भटक चुकी है। सपा सरकार में पिछड़ों का मतलब सिर्फ एक जाति रही है और एक ही जाति के लोगों को नौकरियां मिलती थीं। जबकि योगी सरकार में कानून व्यवस्था की प्रशंसा पूरे देश में की जा रही है। पूरी पारदर्शिता के साथ नौकरियों में युवाओं की भर्ती हो रही है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र पर कार्य कर रही है। जबकि सपा सरकार में तुष्टीकरण चरम पर था। आम आदमी को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता था। आज समाज के हर तबके को बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ मिल रहा है।