विधानसभा में बोले अखिलेश- जाति जनगणना के बिना सबका साथ सबका विकास नहीं हो सकता

नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने अपने भाषण में यूपी में जाति जनगणना कराए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि बिना जाति जनगणना के सबका साथ सबका विकास नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि सरकार इससे पीछे क्यों हट रही है. उन्होंने कहा कि सपा ने पहले भी मांग की है और अब भी इसके पक्ष में हैं कि यूपी में जाति जनगणना की जानी चाहिए. 

विधानसभा में बोले अखिलेश- जाति जनगणना के बिना सबका साथ सबका विकास नहीं हो सकता

उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र का आज चौथा दिन है. सदन की कार्यवाही शुुरू होते ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया. नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने अपने भाषण में यूपी में जाति जनगणना कराए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि बिना जाति जनगणना के सबका साथ सबका विकास नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि सरकार इससे पीछे क्यों हट रही है. उन्होंने कहा कि सपा ने पहले भी मांग की है और अब भी इसके पक्ष में हैं कि यूपी में जाति जनगणना की जानी चाहिए. 
इसी बीच नेता प्रतिपक्ष की सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और मंत्री संजय निषाद से नोकझोंक हो गई. जातीय जनगणना की मांग कर रहे अखिलेश यादव सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने टोक दिया. उन्होंने पूछा कि जब आपकी  सरकार थी तो जातीय जनगणना क्यों नहीं कराई. ओपी राजभर के टोकते ही अखिलेश का पारा चढ़ गया. उन्होंने तुरंत उनसे पूछा कि आप किस पार्टी के नेता हैं. किस पक्ष के साथ हैं. आप जातीय गणना चाहते हैं कि नहीं. इस पर ओपी राजभर ने कहा कि हम जातीगत जनगणना चाहते हैं, लेकिन आपने ऊधर से भगा दिया हमको. अपने साथ से. इस पर अखिलेश यादव ने बोला कि यह हमारी आपकी बात है. इस पर बाद में बात हो जाएगी, लेकिन आप बताइये कि जातीगत जनगणना चाहते हैं? इस पर राजभर ने बोला कि 100 प्रतिशत चाहते हैं.  
अखिलेश यादव सदन में बैठे नेताओं के बीच अपने समर्थकों को गिनाने की कोशिश कर रहे थे कि इसी बीच उन्होंने योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद की ओर इशारा किया. जिस पर संजय निषाद ने जवाब देने की कोशिश की. हालांकि इससे पहले कि वह कुछ ज्यादा बोल पाते स्पीकर ने उन्हें रोक दिया. उन्होंने कहा कि अभी अखिलेश जी को ही बोलने दिया जाए. अखिलेश ने संजय निषाद की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम जानते हैं कि आप जातीय गणना चाहते हैं और सौ प्रतिशत चाहते हैं. मैं जानता हूं कि वो दिल से समर्थन कर रहे हैं बस साथ उनके हैं. अखिलेश ने आगे कहा कि उनके दिल पर क्या गुजर रही है वह जानते हैं. हम दोनों इंजीनियर हैं और एक इंजीनियर दूसरे इंजीनियर को बढ़िया से समझते हैं. अखिलेश ने कहा कि अपना दल भी यही चाहता है. वह भी जातीय गणना चाहता है. हालांकि उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया.  
अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि सहयोगी दल अपना दल, रालोद भी जाति जनगणना चाहते हैं. इसके अलावा भी कई दल इसके पक्ष में हैं. नेता प्रतिपक्ष ने आगे सवाल उठाते हुए कहा कि जातीय जनगणना अगर बिहार में हो सकती है तो उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं हो सकती? दक्षिण भारत के बड़े नेता भी ऐसा ही चाहते हैं. हमारी मांग है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए. आप अगर जातीय जनगणना के खिलाफ हैं तो आउटसोर्सिंग के खिलाफ क्यो नहीं है. बजट में आप डेटा सेंटर बना रहे हैं तो फिर क्यों जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए.  
अखिलेश यादव ने सदन में कटाक्ष करते हुए कहा कि आप चुनाव जरूर जीत जाते हैं पर आपकी सरकार की कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है. इस पर वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सबसे बड़ी अदालत जनता है। जनता ने हमें दोबारा जिताया है.