बोले अखिलेश स्वास्थ्य मंत्री दिखावटी निरीक्षण न करें, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर का पलटवार, कहा- बचा हुआ राजनीतिक करियर भी हो जाएगा खत्म
अखिलेश यादव ने कहा "उत्तर प्रदेश में एंबुलेंस न मिलने से मजबूर होकर एक मरीज को हाथ गाड़ी पर ले जाने का दृश्य शायद भाजपा सरकार को दिखाई दे, जनता के दर्द की पुकार सुनना तो उन्होंने पहले से ही बंद कर रखा है. स्वास्थ्य मंत्री अस्पतालों का सिर्फ दिखावटी निरीक्षण न करें. भाजपाई राजनीति का आत्म परीक्षण भी करें." कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने सपा अध्यक्ष को सुझाव देते हुए कहा कि अखिलेश यादव थोड़ा जन भावनाओं को समझें और उसी के हिसाब से काम करें. वरना उनका बचा हुआ राजनीतिक करियर भी समाप्त हो जाएगा
बलिया जिले के रेवती स्वास्थ्य केंद्र से एक तस्वीर सामने आई थी, जिससे यूपी की स्वास्थ्य सुविधाओं पर बड़े सवाल खड़े हो गए. वीडियो में तीमारदार एंबुलेंस न मिलने से मरीज को हाथ गाड़ी से अस्पताल ले जाते नजर आ रहे थे. वहीं, इस मामले में अब सियासत शुरू भी शुरु हो गई है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले में भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है. दरअसल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 108 एम्बुलेंस में तेल न होने से मरीज को परिजन, हाथ गाड़ी पर लाद कर इलाज के लिए दूसरी जगह ले जा रहे थे. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में एम्बुलेंसकर्मी से वजह पूछा गया तो वह एम्बुलेंसकर्मी कभी पेट्रोल तो कभी जीपीएस नेटवर्क न होने का हवाला दे रहे थे. वहीं, सीएमओ ने इस मामले में जांच कराकर कार्रवाई करने की बात कही थी. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा "उत्तर प्रदेश में एंबुलेंस न मिलने से मजबूर होकर एक मरीज को हाथ गाड़ी पर ले जाने का दृश्य शायद भाजपा सरकार को दिखाई दे, जनता के दर्द की पुकार सुनना तो उन्होंने पहले से ही बंद कर रखा है. स्वास्थ्य मंत्री अस्पतालों का सिर्फ दिखावटी निरीक्षण न करें. भाजपाई राजनीति का आत्म परीक्षण भी करें."
इसी बीच कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर कौशांबी जिले के दौरे पर पहुंचे.उन्होंने जिला अस्पताल के वॉर्ड व अन्य जगहों का गहनता से निरीक्षण किया. कैबिनेट मंत्री ने जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों से बात कर उन्हें मिल रहे सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. जिला अस्पताल के निरीक्षण के बाद कैबिनेट मंत्री ने मीडिया से बात करते समय समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर हमलावर हुए. उन्होंने सपा अध्यक्ष को सुझाव देते हुए कहा कि अखिलेश यादव थोड़ा जन भावनाओं को समझें और उसी के हिसाब से काम करें. वरना उनका बचा हुआ राजनीतिक करियर भी समाप्त हो जाएगा. इस दौरान उन्होंने अखिलेश यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी खुद की एजेंसी है, जिससे वह सर्वे कराया करते हैं. उन्हें न तो संविधान पर भरोसा है न देश की किसी एजेंसी पर.