भव्य राम मंदिर के साथ रामायण विश्वविद्यालय भी, महर्षि विद्यापीठ ट्रस्ट के साथ होगा MOU, विशेष सुरक्षा बल की भी होगी तैनाती
रामनगरी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का यहां के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के साथ ही यहां पर रामायण विश्वविद्यालय भी बनेगा। इतना ही नहीं अयोध्या की सुरक्षा के प्रति भी योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद गंभीर है। यहां पर विशेष सुरक्षा बल की उठी वाहिनी की स्थापना भी की जाएगी। रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या में 21 एकड़ भूमि चिह्नित कर ली है। सरकार की सौ दिन की कार्ययोजना में यहां पर रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना का मामला शीर्ष वरीयता पर है। रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए महर्षि विद्यापीठ ट्रस्ट के साथ सरकार का समझौता होगा। एडाप्ट हेरिटेज पॉलिसी के अंतर्गत 9 राज्य संरक्षित स्मारकों पर रुचि की अभिव्यक्ति के माध्यम से स्मारक मित्र बनाने की योजना है।
बीते शुक्रवार को हुई 100 दिनों की कार्ययोजना की समीक्षा में उत्तर प्रदेश के संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि इस कार्य में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। इस कार्ययोजना के तहत मई में लखनऊ में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना के लिए भूमि पूजन किया जाएगा. इसके अलावा कबीर अकादमी, मगहर के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण भी शामिल है।
योगी आदित्यनात सरकार ने अयोध्या में उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल की (यूपीएसएसएफ) की छठी बटालियन स्थापित किये जाने का निर्णय किया है। यूपीएसएसएफ की छठवीं वाहिनी के गठन की अधिसूचना जारी कर दी गई है। जल्द नई वाहिनी के लिए पदों के सृजन होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सितंबर 2020 में कोर्ट, प्रमुख धार्मिक स्थलों, प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए यूपीएसएसएफ का गठन किया था। जिसके बाद जून, 2021 में यूपीएसएसएफ की पांच बटालियन गठित की गई थीं, जिनमें लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, मथुरा व सहारनपुर की बटालियन शामिल हैं। शासन स्तर से इन सभी बटालियन की स्थापना के लिए पीएसी के सेनानायकों को यूपीएसएसएफ के कमांडेंट का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था। लखनऊ में यूपीएसएसएफ की प्रथम बटालियन खड़ी हो चुकी है और मेट्रो की सुरक्षा में तैनात है।
इसके अलावा राज्य ललित कला अकादमी में कलाकृति विक्रय केंद्र की स्थापना भी होगी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार भारत सरकार की योजना के तहत इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र पांडुलिपि रिसोर्स सेंटर की स्थापना करेगा। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ज्ञात व अज्ञात शहीदों के जीवन एवं योगदान पर आधारित दस पुस्तकों का प्रकाशन किया जाएगा। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने मंत्री को संस्कृति विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। निदेशक सूचना एवं संस्कृति शिशिर ने कहा कि स्थानीय कलाओं, व्यंजनों, वेश-भूषा, लोक जीवन, हस्तशिल्प, संगीत, लोकगीत आदि को एक जिला एक उत्पाद योजना की तर्ज पर प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।