Atiq-Ashraf Murder- आतंकी संगठन अलकायदा ने भारत को दी धमकी अतीक-अशरफ की हत्या का बदला लेंगे
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अल-कायदा ने सात पन्नों की एक मैग्जीन जारी कर अतीक-अशरफ हत्याकांड का बदला लेने के लिए भारत में हमले की धमकी दी है। आतंकी संगठन की धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
गैंगस्टर से माफिया और फिर राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की बीते हफ्ते गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या को लेकर अब आतंकी संगठन अलकायदा ने उसकी मौत का बदला लिए जाने की बात कही है।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अल-कायदा ने सात पन्नों की एक मैग्जीन जारी कर अतीक-अशरफ हत्याकांड का बदला लेने के लिए भारत में हमले की धमकी दी है। आतंकी संगठन की धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
बता दें अतीक और अशरफ की हत्या के बाद सीएम योगी ने विधायकों और मंत्रियों की सुरक्षा के लिए जरूरी दिशा—निर्देश जारी किए थे। सीएम योगी द्वारा जारी किए गए ये निर्देश उसी इनपुट का नतीजा थे जो आईबी के माध्यम से मिले थे।
कुख्यात आतंकी संगठन अलकायदा ने माफिया डॉन और बाहूबली अतीक अहमद की हत्या के मामले में भारत को धमकी दी है। इतना ही नहीं अलकायदा ने अतीक अहमद को शहीद करार दिया है। अलकायदा ने कहा है कि वह भारत से अतीक अहमद की मौत का बदला लेगा।
इस बीच एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को एक सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले युवक महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के अनुयायी हैं।
ये लोग वर्तमान सत्ताधारी दल के आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा हैं। ओवैसी ने पूछा कि इन लड़कों के खिलाफ यूएपीए क्यों नहीं लगाया गया। जैसा कि मीडिया बता रहा है कि अपराधी गरीब परिवारों से हैं, तो फिर उन्होंने आठ-आठ लाख रुपये की रिवाल्वर कैसे हासिल की। उन्हें गोली चलाने, सटीक निशाना लगाने, हत्या करने का प्रशिक्षण किसने दिया।
गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज में पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के समय पुलिस दोनों भाइयों को मेडिकल जांच के लिए कॉल्विन अस्पताल लेकर पहुंची थी। जैसे ही दोनों पुलिस की वैन से उतरे, मीडियाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया। तीन हत्यारे भी मीडियाकर्मी बनकर अस्पताल पहुंचे थे।
इसी बीच, एक हत्यारे ने पिस्टल निकाली और अतीक अहमद के सिर पर सटाकर गोली मार दी। अतीक जैसे ही गिरा, तीनों हत्यारों ताबड़तोड़ फायरिंग कर अतीक के साथ-साथ उसके भाई अशरफ की भी हत्या कर दी। इसके बाद हत्यारे अरुण मौर्या, सनी और लवलेश तिवारी ने धार्मिक नारे लगाते हुए पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।
इस हत्याकांड की गूंज पूरे देश में फैल गई थी। मुस्लिम संगठनों के साथ ही विपक्षी दलों ने भी हत्याकांड की निंदा करते हुए इस पर सवालिया निशान प्रदेश सरकार के ऊपर लगाए थे।