मेट्रो लाइन की केबल की चोरी का प्रयास, मेट्रो ट्रेन की गति पर पड़ा असर- यात्री परेशान
डीएमआरसी के मुताबिक चोरों ने ओखला बर्ड सेंचुरी और कालिंदी कुंज स्टेशनों के बीच तड़के केबल चोरी का प्रयास किया। इससे सिग्नल खराब होने की वजह से सेवाएं प्रभावित हुई। नए साल में यह पहली ऐसी घटना है, जिससे मेट्रो सेवाएं सुबह से रात के वक्त सेवाएं समाप्त होने तक प्रभावित रही।
डीएमआरसी के मुताबिक राजधानी दिल्ली की मैजेंटा मेट्रो लाइन पर केबल क्षतिग्रस्त होने की वजह से पूरे दिन मेट्रो सेवाएं प्रभावित रही है। केबल चोरी की इस कोशिश में सिग्नल में आई खराबी का यात्रियों को देरी के तौर पर खामियाजा भुगतना पड़ा। कालिंदी कुंज और ओखला बर्ड सेंचुरी मेट्रो स्टेशन के बीच हुई इस घटना से मेट्रो महज 25 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार में चली। रुक रुककर मेट्रो के चलने से हजारों यात्रियों को दफ्तर या जरूरी काम के सिलसिले में पहुंचने में देरी हुई।
सेवाएं प्रभावित होने की सूचना मिलने के बाद कई यात्रियों ने ऑटो, कैब या निजी वाहनों को अपनाया। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के मुताबिक यात्री सेवाएं समाप्त होने के बाद ही रात में क्षतिग्रस्त केबल और ट्रैक का मरम्मत किया जाएगा। बृहस्पतिवार सुबह से ही मैजेंटा लाइन पर सेवाएं सामान्य होने की उम्मीद है।
डीएमआरसी के मुताबिक चोरों ने ओखला बर्ड सेंचुरी और कालिंदी कुंज स्टेशनों के बीच तड़के केबल चोरी का प्रयास किया। इससे सिग्नल खराब होने की वजह से सेवाएं प्रभावित हुई। परिचालन के दौरान प्रभावित हिस्से पर मरम्मत कार्य किया जाता तो सभी सेवाएं प्रभावित होती। यात्रियों को और अधिक परेशानी ना हो इसलिए मेट्रो को पूरी अवधि के दौरान 25 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने की अनुमति दी गई है। सामान्य रफ्तार 50 कि.मी प्रतिघंटा है लेकिन सिग्नल में आई खराबी के कारण मेट्रो का परिचालन मैन्युअल किया गया।
डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक(कॉरपोरेट कम्युनिकेशन) अनुज दयाल के मुताबिक रात के वक्त सेवाएं समाप्त होने के बाद ही क्षतिग्रस्त केबल को बदला जाएगा। केबल के बदलने में अधिक समय की जरूरत होती है, इसलिए ट्रेन की आवाजाही को प्रभावित किए बगैर रात के वक्त मरम्मत का काम किया जाएगा। यात्रियों को इस दौरान मजेंटा लाइन के स्टेशनों और ट्रेनों के अंदर भी घोषणाओं के अलावा सोशल मीडिया के जरिए भी यात्रियों को ताजा हालात की सूचना दी जा रही है।
मेट्रो केबल की कीमत अधिक होने की वजह से पहले भी अलग अलग लाइनों पर मेट्रो सेवाएं प्रभावित हुई हैं। नए साल में यह पहली ऐसी घटना है, जिससे मेट्रो सेवाएं सुबह से रात के वक्त सेवाएं समाप्त होने तक प्रभावित रही। ब्लू लाइन पर मेट्रो केबल चोरी की पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। इसके लिए मामले भी दर्ज करवाएं गए हैं।