आजमगढ़, गुन्नौर, मैनपुरी व कन्नौज जिले की सीटे हो सकती है, अखिलेश ने दिए चुनाव लड़ने के संकेत
सपा अध्यक्ष ने बुधवार को कहा कि पार्टी का निर्देश होगा तो चुनाव भी लड़ लेंगे। यह भी संभव है कि मुख्यमंत्री से पहले चुनाव लड़ लें। यह भी कहा कि चुनाव लड़ने के लिए आजमगढ़ की जनता से अनुमति मांगेंगे। वहां की जनता कहेगी तभी चुनाव मैदान में उतरेंगे। अखिलेश अभी आजमगढ़ से सांसद हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। वह अपनी जन्मभूमि वाले इलाके से मैदान में उतरेंगे या कर्मभूमि से, इस पर संशय है। अखिलेश ने अभी तक विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। भाजपा जिस तरह से हर मुद्दे पर हमलावर है, उससे पार्टी के रणनीतिकार मान रहे हैं कि वह सपा अध्यक्ष के चुनाव मैदान में न उतरने पर भी सवाल खड़े कर सकती है। ऐसे में अखिलेश के लिए आजमगढ़ की गोपालपुर, संभल की गुन्नौर, कन्नौज की छिबरामऊ और मैनपुरी की सदर व करहल सीट को मुफीद माना जा रहा है।
इस संबंध में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि सपा अध्यक्ष के चुनाव लड़ने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। जरूरत पड़ी तो वे कहीं से भी लड़ सकते हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर शहर की सीट से चुनाव लड़ने के एलान के बाद से सपा अध्यक्ष पर भी दबाव बन रहा था जिसे देखते हुए सपा अखिलेश के भी चुनाव लड़ने पर मंथन कर रही है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य प्रयागराज की सिराथू सीट से चुनाव लड़ेंगे।