बीजेपी नेता दिलीप घोष बोले: 'JNU में आजादी का नारा लगाने वालों को सिखाया सबक, बंगाल में सत्ता में आए तो...', 

घोष ने रविवार 20 अगस्त शाम को उत्तर 24 परगना जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कुछ दिन पहले जादवपुर विश्वविद्यालय में पहली साल के एक छात्र की मौत पर वाम छात्र संगठनों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी पश्चिम बंगाल में सत्ता में आती है तो जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) 'जय श्री राम' और 'भारत माता की जय' के नारों से गूंज उठेगा. दिलीप के इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया. 

बीजेपी नेता दिलीप घोष बोले: 'JNU में आजादी का नारा लगाने वालों को सिखाया सबक, बंगाल में सत्ता में आए तो...', 

पश्चिम बंगाल में जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र की मौत का मामला इन दिनों सुर्खियों में है. इस बीच बीजेपी नेता दिलीप घोष के एक दावे से विवाद खड़ा हो गया. बीजेपी के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने दावा किया है कि पार्टी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में 'आजादी' के नारे लगाने वालों को ''सबक सिखाया'' है.

उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी पश्चिम बंगाल में सत्ता में आती है तो जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) 'जय श्री राम' और 'भारत माता की जय' के नारों से गूंज उठेगा. दिलीप के इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया. 

घोष ने रविवार 20 अगस्त शाम को उत्तर 24 परगना जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कुछ दिन पहले जादवपुर विश्वविद्यालय में पहली साल के एक छात्र की मौत पर वाम छात्र संगठनों की आलोचना की. 

जिसके बाद घोष का सोमवार 21 अगस्त को एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें उन्होंने कहा,'हमने कश्मीर में शांति सुनिश्चित की है. हम एक दिन जादवपुर विश्वविद्यालय में भी सामान्य स्थिति वापस लाएंगे. 

जहां भी राष्ट्र-विरोधी तत्वों ने सिर उठाया है, हमने उन्हें अपने जूते के नीचे कुचल दिया है. जेएनयू परिसर में जो लोग आजादी के नारे लगाते थे हमने उन्हें आजाद यानी मुक्त कर दिया."

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने कहा कि पूर्व प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अपने ऐसे बयानों से पार्टी के आलाकमान का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ हम इस बयान की निंदा करते हैं." 

बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी में 9 अगस्त को कथित तौर पर एक छात्र ने अपने हॉस्टल की दूसरी मंजिल की बालकनी से गिरकर जान दे दी थी. जानकारी के मुताबिक छात्र रैगिंग से परेशान था, जिसके चलते उसने ऐसा कदम उठाया.