भारत जोड़ो यात्रा- बोले राहुल गांधी 'बीजेपी-RSS मेरे गुरु की तरह, मुझे अच्छी ट्रेनिंग दी'

राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आरएसएस को धन्यवाद दिया है. राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे आक्रमण करते हैं उतना हमें सुधार करने का मौका मिलता है. मैं चाहता हूं वो और आक्रामक रूप से हम पर आक्रमण करें. इसे हमें सीखने को मिलता है. मैं इन्हें अपना गुरु मानता हूं.

भारत जोड़ो यात्रा- बोले राहुल गांधी 'बीजेपी-RSS मेरे गुरु की तरह, मुझे अच्छी ट्रेनिंग दी'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आरएसएस को धन्यवाद दिया है. राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि  भारत जोड़ो यात्रा सफल रही है. मैं सबका धन्यवाद देता हूं, जो साथ आए… मैं आरएसएस वालों का भी धन्यवाद करता हूं क्योंकि जितना वो हम पर आक्रमण करते हैं उतनी हमें ऊर्जा मिलती है. वे आक्रमण करते हैं उतना हमें सुधार करने का मौका मिलता है. मैं चाहता हूं वो और आक्रामक रूप से हम पर आक्रमण करें. इसे हमें सीखने को मिलता है. मैं इन्हें अपना गुरु मानता हूं.

राहुल गांधी ने आगे कहा कि इससे कांग्रेस पार्टी को अपनी विचारधारा को समझने में मदद मिलेगी. मैं उन्हें अपना गुरु मानता हूं, वे मुझे रास्ता दिखा रहे हैं. कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं और अच्छी ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि जब मैंने ये यात्रा शुरू की. तो मैंने इस यात्रा को कन्याकुमारी से कश्मीर तक समान्य रूप से लिया. धीरे-धीरे हम समझ गए कि इस यात्रा में एक आवाज और भावनाएं हैं.

राहुल गांधी ने नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा आने वाले समय में यूपी प्रवेश करेगी. तो उस पर राहुल गांधी ने विपक्ष को लेकर कहा, ”विपक्ष के नेता हमारे साथ खड़े हैं और यह हमें मालूम हैं. भारत जोड़ो के दरवाजे उन सबके लिए खुले हैं जो भी भारत को जोड़ना चाहता है. हम भारत जोड़ो में आने के लिए किसी को नहीं रोकेंगे. मायावती और अखिलेश हिंदुस्तान में मोहब्बत चाहते हैं, नफरत नहीं तो हममें और उनके एक मनोवैज्ञानिक रिश्ता तो है.”

कांग्रेस नेता ने कहा ”यात्रा के दौरान मैं जमीन से जो सुन रहा हूं, अगर विपक्ष प्रभावी ढंग से दूरदर्शिता के साथ खड़ा होता है, तो बीजेपी के लिए चुनाव जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा. लेकिन विपक्ष को ठीक से समन्वय करना होगा और विपक्ष को एक वैकल्पिक दृष्टिकोण के साथ लोगों के पास जाना होगा”