35 साल से फरार इनामी लुटेरा आखिरकार हुआ गिरफ्तार, आसाम में छिपकर रह रहा था
पुलिस ने जीटी रोड स्थित ब्लाक के सामने से भगौड़ा घोषित 25 हजार के इनामी लुटेरे को गिरफ्तार किया है। उसने अपने साथियों के साथ रोडवेज बस में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। वह पिछले 33 साल से न्यायालय से जमानत लेने के बाद फरार चल रहा था। न्यायालय की शर्तों का उल्लंघन करने के कारण उसके वारंट जारी किए गए थे।
मुजफ्फरनगर जनपद में कोतवाली पुलिस ने जीटी रोड स्थित ब्लाक के सामने से भगौड़ा घोषित 25 हजार के इनामी लुटेरे को गिरफ्तार किया है। उसने अपने साथियों के साथ रोडवेज बस में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। वह पिछले 33 साल से न्यायालय से जमानत लेने के बाद फरार चल रहा था। न्यायालय की शर्तों का उल्लंघन करने के कारण उसके वारंट जारी किए गए थे।
सीओ डॉ. रवि शंकर ने प्रेसवार्ता में बताया कि 27 अक्टूबर 1985 को बुलंदशहर डिपो की बस बुलंदशहर से वाया मुजफ्फरनगर होते हुए हरिद्वार जा रही थी। भंगेला गांव के पास बस में छह बदमाशों ने यात्रियों के साथ लूटपाट की थी। पुलिस ने डकैती की धारा में बस के परिचालक राजकुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने सभी छह आरोपियों को जेल भेज दिया था।
वर्ष 1986 में न्यायालय से जमानत पर करतार पुत्र कर्म सिंह निवासी दक्षिणी पट्टी, दौराला, मेरठ बाहर आया था। मगर, इसके बाद न्यायालय में पेश नहीं हुआ। इस कारण पुलिस ने कुर्की तक की कार्रवाई की थी। मगर, आरोपी पकड़ा नहीं जा सका था।
एसएसपी ने वांछित आरोपी करतार पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। सोमवार की रात चेकिंग के दौरान आरोपी को पकड़ लिया गया। उसके पास से एक चाकू भी बरामद किया गया। पकड़े आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी यूं तो अनपढ़ है, लेकिन शातिर दिमाग अपराधी है। वह जमानत पर आने के बाद ओड़ीसा पहुंचा था। पिछले कई साल से आसाम के कामरूप जिले में रहकर मजदूरी करता था। इस कारण पुलिस उस तक पहुंच नहीं पाई थी।
कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि आरोपी जब पकड़ में नहीं आया था तो पुलिस ने कुर्की भी की थी। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी थी। इसके बाद भी फरार रहने के कारण कोर्ट ने आरोपी करतार को भगौड़ा घोषित किया था।