इंटरनेट चाइल्ड पोर्नोग्राफी और बाल यौन शोषण सामग्री के मामले में सीबीआई ने की 77 जगहों पर छापेमारी
इंटरनेट चाइल्ड पोर्नोग्राफी और बाल यौन शोषण सामग्री के मामले में सीबीआई ने की 77 जगहों पर छापेमारी
सी बी आई ने ऑनलाइन बाल यौन शोषण सामग्री और बच्चों के अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें शेयर करने के मामले में १६ नवंबर मंगलवार को देश के 14 राज्यों के 77 शहरों में कई अलग अलग स्थानों पर छापेमारी की । सी बी आई सूत्रों के मुताबिक, इस अभियान के दौरान देर रात तक 10 लोगों को हिरासत में लिया गया।
ने बताया कि 14 नवंबर को इस मामले में 83 आरोपियों के खिलाफ 23 नामजद मुकदमे दर्ज किए गए थे। इसके साथ ही कतिथ रूप से इंटरनेट पर अवैध सामग्री को पोस्ट करने प्रचार करने के आरोप में १० लोगो को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए इन लोगों से पूछताछ की जा रही है। कहा जा रहा है कि इनकी देर रात तक गिरफ्तारी हो सकती है। हिरासत में लिए गए लोगो की संख्या बढ़ भी सकती है।
सूत्रों के अनुसार , कार्रवाई के दौरान मिले गैजेट्स और अन्य सबूतों से इस चाइल्ड पोर्नोग्राफी का नेटवर्क 100 देशों तक फैले होने की जानकारी मिली है।
आज सुबह से मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार, ओडिशा, तमिलनाडु, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर लोगों के घरों में छापा मारा गया है। सूत्रों के मुताबिक, मध्यप्रदेश के 3 बड़े शहरों में भी छापामारी की जा रही है।
2015 में सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद केंद्र ने 850 पोर्न साइट्स पर बैन लगा दिया था। इसका विरोध हुआ। तब केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी सफाई पेश की थी। अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने तब के चीफ जस्टिस एचएल दत्तू की बेंच के सामने कहा था, ‘अगर कोई अकेले में पोर्नोग्राफी देखना चाहता है तो उस पर बैन नहीं है। इंटरनेट के इस दौर में सभी पोर्न साइट्स को बैन करना मुश्किल है। हम किसी के बेडरूम में जाकर नहीं झांक सकते।’ एक्सपर्ट्स का कहना है कि पोर्न साइट्स से जुड़े सभी सर्वर ब्लॉक करना मुमकिन नहीं है। ऐसी कई वेबसाइट्स हैं, जो वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के जरिए इन साइट्स तक एक्सेस देती हैं।
सी बी आई के बड़े अफसरों से मिली जानकारी के अनुसार, आज की कार्रवाई में बड़ी मात्रा में अलग अलग ठिकानों से गैजेट्स, पैन ड्राइव, लैपटॉप जब्त किए गए हैं, जिनसे बहुत सारे इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिले हैं। इन सबूतों, शुरुआती पूछताछ व जांच में यह सामने आया है कि भारत से यह चाइल्ड पोर्नोग्राफी का नेटवर्क 100 देशों तक फैला हुआ है। इस नेटवर्क में शामिल कुछ अन्य देशों के लोगों के नाम भी सामने आए हैं।
बच्चों के अधिकारों को लेकर गत माह हुए एक संवाद कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश जस्टिस यू. यू. ललित ने कहा था कि केवल बाल तस्करी और बाल शोषण ही नहीं, चाइल्ड पोर्नोग्राफी भी एक ऐसा विषय है जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
ओडिशा के ढेनकनाल जिले के एक गांव में छापा मारने गई सी बी आई टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। सी बी आई टीम पर यह हमला तब किया गया, जब ऑनलाइन बाल यौन शोषण सामग्री से जुड़े मामले में टीम ने वह पर स्थानीय एक आदमी के घर में तलाशी लेने गए थे । सी बी आई टीम से मारपीट की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने उन्हें किसी तरह भीड़ से बचाया और सुरक्षित निकाला ।
सी बी आई प्रवक्ता ने कहा की भारत और बाहर के देशो में स्तिथ सिंडिकेट सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये बाल यौन शोषण सामग्री और बच्चों के अश्लील वीडियो बनाने और प्रसारित कर रहे है। सारे मामलो में बच्चो, लड़कियों की तस्वीर वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत भ्रामक तरीको से अपलोड करके अवैध तरह से धन उगाही ब्लैकमेलिंग और धमकाने के तार भी जुड़े हुए है।