सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रदेशवासियों को तोहफा, लखनऊ से वाराणसी का सफर महज 55 मिनट में

सीएम योगी ने कहा, केंद्र सरकार और इंडिगो के प्रबंधन के सहयोग से ये दो बड़े शहर हवाई मार्ग से जुड़ रहे हैं. इससे कारोबारियों और श्रद्धालुओं की बड़ी मांग पूरी हुई है. काशी आध्यात्मिक सांस्कृतिक राजधानी है. उत्तर प्रदेश मे पिछले छह साल में हवाई सेवा का काफी विकास हुआ है. पहले महज दो हवाई अड्डे सक्रिय थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 9 हो गई है.

सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रदेशवासियों को तोहफा, लखनऊ से वाराणसी का सफर महज 55 मिनट में

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से वाराणसी का हवाई सफर अब सिर्फ 55 मिनट में तय होगा.वाराणसी से लखनऊ की गुरुवार को सीधी फ्लाइट शुरू हुई. इसका उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया. 

जानकारी के मुताबिक, वाराणसी से लखनऊ की हवाई दूरी 55 मिनट में तय की जा सकेगी. जबकि लखनऊ से वाराणसी पहुंचने में 1 घंटे 10 मिनट का समय लगेगा. इंडिगो एयरलाइंस की ये फ्लाइट सप्ताह में 3 दिन मिलेगी. मंगलवार, बृहस्पतिवार, शनिवार को सीधी फ्लाइट चलेगी. दोपहर 2.20 बजे लखनऊ एयरपोर्ट से फ्लाइट उड़ान भरेगी.दोपहर 4.05 बजे वाराणसी एयरपोर्ट से रिटर्न फ्लाइट उड़ान भरेगी.

इस मौके पर सीएम योगी ने कहा, केंद्र सरकार और इंडिगो के प्रबंधन के सहयोग से ये दो बड़े शहर हवाई मार्ग से जुड़ रहे हैं. इससे कारोबारियों और श्रद्धालुओं की बड़ी मांग पूरी हुई है. काशी आध्यात्मिक सांस्कृतिक राजधानी है. 

उत्तर प्रदेश मे पिछले छह साल में हवाई सेवा का काफी विकास हुआ है. पहले महज दो हवाई अड्डे सक्रिय थे, जिनकी संख्या अब बढ़कर 9 हो गई है. भविष्य में  अयोध्या के श्रीराम एयरपोर्ट  और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तैयार होने से यूपी हवाई संपर्क मार्ग में बड़ी छलांग लगाएगा. सीएम ने कहा, उड़ान योजना के तहत प्रधानमंत्री के हवाई चप्पल पहनने वाले का हवाई यात्रा करने का सपना पूरा किया है. 

लखनऊ एयरपोर्ट पर यात्री आवागमन 52 लाख तक हो चुका है. आजमगढ़, श्रावस्ती, सोनभद्र, चित्रकूट, अलीगढ़, मेरठ मुरादाबाद जैसे अछूते शहरों तक हवाई सेवा पहुंच रही है. पांच घरेलू एयरपोर्ट के लिए एमओयू साइन हुआ है.

इंडिगो तेजी से विस्तारित विमानन कंपनी है. वर्ष 2006 से पिछले 17 सालों में उसने किफायती हवाई सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है. आने वाले वक्त में इन दोनों शहरों के बीच हवाई सेवा को नियमित किया जा सकता है.