केंद्र सरकार ने फेक न्यूज चलाने वाले 10 यूट्यूब चैनल व 45 वीडियोज को किया बैन

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि खुफिया एजेंसियों से प्राप्त इनपुट के अनुसार और उनकी सलाह पर 10 यूट्यूब चैनलों के 45 वीडियो को ब्लॉक कर दिया गया है।

केंद्र सरकार ने फेक न्यूज चलाने वाले 10 यूट्यूब चैनल व 45 वीडियोज को किया बैन

भारत सरकार ने देश में सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के प्रयास में धार्मिक समुदायों के खिलाफ घृणा फैलाने के लिए सामग्री में छेड़छाड़ करने और फर्जी खबरें प्रसारित करने के लिए 10 यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाने का सोमवार को आदेश दिया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को यह जानकारी दी। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि खुफिया एजेंसियों से प्राप्त इनपुट के अनुसार और उनकी सलाह पर 10 यूट्यूब चैनलों के 45 वीडियो को ब्लॉक कर दिया गया है।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जिन वीडियोज को बैन किया गया है, उन्हें कुल मिलाकर 1.30 करोड़ बार देखा जा चुका है और उनमें दावा किया गया है कि सरकार ने कुछ समुदायों के धार्मिक अधिकार छीन लिए हैं। ठाकुर ने कहा कि इन चैनलों में ऐसी सामग्री थी, जो समुदायों के बीच भय और भ्रम फैलाती है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रतिबंधित सामग्री में धार्मिक समुदायों के बीच घृणा फैलाने की मंशा से प्रसारित फर्जी खबरें और छेड़छाड़ किये गए वीडियो शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रतिबंधित किए गए कुछ वीडियो का इस्तेमाल अग्निपथ योजना, भारतीय सशस्त्र बलों, भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र, कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर गलत सूचनाएं प्रसारित करने के लिए किया जा रहा था।

बयान के अनुसार, यह सामग्री राष्ट्रीय सुरक्षा और दूसरे देशों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों के नजरिए से झूठी और संवेदनशील मानी गई। इसमें कहा गया है कि इन वीडियो को प्रतिबंधित करने का आदेश सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशा निर्देश एवं डिजिटल मीडिया नैतिकता संहिता) नियम 2021 के प्रावधानों के तहत 23 सितंबर को जारी किया गया। ठाकुर ने बताया कि इससे पहले सरकार ने साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले 102 यूट्यूब चैनल और फेसबुक अकाउंट को प्रतिबंधित किया था।  

केंद्र सरकार द्वारा भ्रामक जानकारी फैलाने वाले यूट्यूब चैनलों पर लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में सरकार ने आठ और यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया है। ये कार्रवाई सूचना तकनीक एक्ट 2000 की धारा 69ए के तहत की गई है। सरकार के अनुसार इन चैनल पर देश में परमाणु विस्फोट से लेकर उत्तर कोरिया द्वारा अयोध्या में सेना भेजने तक की फैक जानकारी फैलाई जा रही थी। इन यूट्यूब चैनलों में लाखों व्यूज वाले सात भारतीय और एक पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल शामिल है। इससे पहले गुरुवार को भी सरकार ने आठ यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाया था।