आज से शुरू हो रहा है चैत्र नवरात्रि, जानिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना की जाती है और अष्टमी और नवमी तिथि के दिन कन्या पूजन किया जाता है। नवरात्रि में घटस्थापना का खास महत्व होता है. इसे कलश स्थापना के नाम से भी जाना जाता है. कलश को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है। साथ ही आज से हिंदू नववर्ष शुरू हो रहा है। मतलब आज से नव संवत्सर 2079 आरंभ हो रहा है।
मां दुर्गा को समर्पित पर्व चैत्र नवरात्रि आने वाले हैं। हर साल 4 नवरात्रि मनाए जाते हैं। लेकिन शारदीय व चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इस साल चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022, शनिवार से प्रारंभ हो रहे हैं, जो कि 11 अप्रैल 2022, सोमवार को समाप्त होंगे। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना करके मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की अलग-अलग पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की विधिवित पूजा करने वाले भक्तों पर माता रानी अपनी कृपा दृष्टि सालभर रखती हैं।
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना की जाती है और अष्टमी और नवमी तिथि के दिन कन्या पूजन किया जाता है। नवरात्रि में घटस्थापना का खास महत्व होता है. इसे कलश स्थापना के नाम से भी जाना जाता है. कलश को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है। साथ ही आज से हिंदू नववर्ष शुरू हो रहा है। मतलब आज से नव संवत्सर 2079 आरंभ हो रहा है। साथ ही आज उगादी और गुड़ी पड़वा पर्व भी हैं। जानिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और राहु काल -
प्रतिपदा तिथि समाप्त : अप्रैल 02, 2022 को सुबह 11 बजकर 57 पर समाप्त
चैत्र घटस्थापना: शनिवार, अप्रैल 2, 2022 को-
घटस्थापना शुभ मुहूर्त: सुबह 6 बजकर 22 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक
घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:08 बजे से 12:57 बजे तक रहेगा।
नक्षत्र- रेवती प्रात: 11:21 बजे तक, उसके बाद अश्वनी नक्षत्र
राहु काल- प्रात: काल 09:18 से 10:51 तक
सूर्योदय- प्रात: 06:10 बजे
सूर्यास्त- सांय 06: 39 बजे
पंचक: प्रात: काल 11: 21 बजे तक