12th की छात्रा हुई प्रेग्नेंट, हॉस्टल में दिया बेटी को जन्म, बदनामी के डर से फेंका, छात्रा के साथ बॉयफ्रेंड पर केस दर्ज
छात्रावास में 20 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली कि हॉस्टल के पीछे कचरे के ढेर में एक नवजात का शव पड़ा है. जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस की जांच में पता लगा कि गोहपारू के एक गांव में रहने वाली 18 साल 6 माह की लड़की कस्तूरबा हॉस्टल में रहती है. वह 12 की छात्रा है. लड़की का गांव के ही युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों के बीच रिलेशन बनने के बाद लड़की प्रेग्नेंट हो गई. इसके बाद 18 नवंबर को उसके एक बच्ची को जन्म दिया.
मध्यप्रदेश के शहडोल से दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां शहडोल के कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में पढ़ने वाली अविवाहित छात्रा ने एक नवजात शिशु को जन्म दिया अपने पाप को छिपाने के लिए उसने पटक हत्या कर दी. पता चला है कि छात्रावास में रहने वाली एक लड़की प्रेग्नेंट हो गई. उसने हॉस्टल में ही एक बच्ची को जन्म दिया. इसके बाद उसने नवजात की हत्या कर शव हॉस्टल परिसर में फेंक दिया. जब लोगों ने शव देखा तो पुलिस को खबर दी. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया. इसके बाद जांच शुरू की पूरा मामला सामने आ गया. पुलिस ने आरोपी छात्रा के साथ ही उसके साथ रिलेशन बनाने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है.
नवजात की हत्या के मामले में पुलिस ने छात्रा सहित उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सवाल यह है कि छात्रा प्रेग्नेंट थी तो हॉस्टल प्रबंधन को यह बात कैसे पता नहीं चली? इसके अलावा छात्रा का प्रसव किसने कराया? अगर प्रसव के बाद एक दिन तक नवजात हॉस्टल में ही था तो भी हॉस्टल की वार्डन को यह बात कैसे पता नहीं चली? इन सवालों के जवाब अभी पुलिस की जाँच में नहीं मिल पा रहे है.
जानकारी के अनुसार, शहर के पांडवनगर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में 20 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली कि हॉस्टल के पीछे कचरे के ढेर में एक नवजात का शव पड़ा है. जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मर्ग कायम कर लिया था.
शव का जब पोस्टमार्टम कराया गया तो पता चला कि नवजात के सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हुई है. इस पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 302 के मामला दर्ज कर जांच शुरू की. पुलिस की जांच में पता लगा कि गोहपारू के एक गांव में रहने वाली 18 साल 6 माह की लड़की कस्तूरबा हॉस्टल में रहती है. वह 12 की छात्रा है. लड़की का गांव के ही युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था.
दोनों के बीच रिलेशन बनने के बाद लड़की प्रेग्नेंट हो गई. इसके बाद 18 नवंबर को उसके एक बच्ची को जन्म दिया. लड़की ने हॉस्टल में डिलीवरी के बाद किसी तरह एक दिन बच्ची को रखा. इसके बाद बदनामी के डर से दूसरे दिन 19 नवंबर को उसने बाथरूम में लगी शीट पर पटककर नवजात की हत्या कर दी. हत्या के बाद शव हॉस्टल परिसर में फेंक दिया था.
इस मामले में शहडोल के डीएसपी राघवेंद्र द्विवेदी ने कहा कि पुलिस की पड़ताल में पता चला कि बालिका छात्रावास की इस लड़की का उसके एक परिचित युवक के साथ प्रेम संबंध था. दोनों के बीच शारीरिक संबंध बनने से छात्रा प्रेग्नेंट हो गई, लेकिन ये बात छात्रा ने अपने परिजनों से छुपाकर रखी. छात्रा ने हॉस्टल में ही नवजात को जन्म दे दिया.
आरोपी छात्रा के साथ उसके बॉयफ्रेंड पर केस दर्ज करके पुलिस ने आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है.