अतीक अहमद को 'शहीद' बताकर भारत रत्न देने की मांग करने वाले कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी हिरासत में

माफिया अतीक अहमद को शहीद बताते हुए उसे भारत रत्न दिए जाने की मांग करने वाले कांग्रेस पार्षद उम्मीदवार राजकुमार उर्फ रज्जू भैया को पार्टी से निकाला गया है. हालांकि सिंबल जारी होने की वजह से कांग्रेस का चुनाव निशान उसी के पास रहेगा.

अतीक अहमद को 'शहीद' बताकर भारत रत्न देने की मांग करने वाले कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी हिरासत में

प्रयागराज से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. जहां यूपी निकाय चुनाव में कांग्रेस के एक प्रत्याशी ने ऐसी डिमांड कर दी, जिसे सुनकर लोग हैरान रहे गए. कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने माफिया अतीक अहमद को शहीद बता दिया.

माफिया अतीक अहमद को शहीद बताते हुए उसे भारत रत्न दिए जाने की मांग करने वाले कांग्रेस पार्षद उम्मीदवार राजकुमार उर्फ रज्जू भैया को पार्टी से निकाला गया है. हालांकि सिंबल जारी होने की वजह से कांग्रेस का चुनाव निशान उसी के पास रहेगा.

इधर कांग्रेस पार्टी अब इस सीट पर किसी निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन देगी. नगर निगम के वार्ड 43 के कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार ने विवादित बयान दिया था. बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने कांग्रेस प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया है.

राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने बयान में कहा था कि अतीक अहमद की हत्या कराई गई है, वह शहीद हुआ है और उसे भारत रत्न दिया जाना चाहिए. उसने कहा था कि सीएम योगी को इस्तीफा दे देना चाहिए. राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने कहा, “अतीक अहमद ने शहादत पाई है, लिहाजा उनके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए था. मुलायम सिंह यादव को पद्म  विभूषण मिल सकता है तो फिर अतीक अहमद को भारत रत्न क्यों नहीं मिलना चाहिए?”

राजकुमार सिंह उर्फ रज्जू भैया कांग्रेस पार्टी के पुराने नेता रहे हैं. इस बार निकाय चुनाव में नगर निगम के वार्ड नंबर 43 साउथ मलाका से कांग्रेस के उम्मीदवार भी थे, लेकिन पार्टी ने उन्‍हें निष्‍कासित कर दिया है. चूंकि उन्‍हें पार्टी सिंबल मिल गया था, ऐसे में अब वे इसी निशान से चुनाव लड़ेंगे.

कांग्रेस इस सीट पर अब किसी और निर्दलीय उम्‍मीदवार को अपना समर्थन दे सकती है. रज्जू भैया पहले भी पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं. कांग्रेस उम्मीदवार का यह विवादित बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

पुलिस का कहना है कि आरोपी राजकुमार ने विवादित बयानबाजी के पहले अतीक की कब्र के पास जाकर तिरंगा रखा, सलामी दी और उसे शहीद बताया था. राजकुमार का कहना था कि वह अतीक को शहीद का दर्जा दिलाएगा.

इस घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस के प्रयागराज के पार्षद के प्रत्याशी के खिलाफ प्रयागराज पुलिस FIR दर्ज कर ली है. पुलिस ने राजकुमार को अपनी कस्टडी में ले लिया है. राजकुमार ने अतीक और अशरफ की कब्र पर जाकर तिरंगा झंडा रखा और दोनों को अमर बताया था. 

बात दें, 15 अप्रैल को मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय अतीक अहमद और भाई अशरफ अहमद को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद पुलिस ने तीनों हमलावरों को मौके से ही गिरफ्तार किया था. 16 अप्रैल को अतीक-अशरफ को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफन किया गया था.