आज मिलेगा कांग्रेस को गैर गांधी नया अध्यक्ष, थोड़ी देर में शुरू होगी वोटों की काउंटिंग
दो दशक बाद कांग्रेस को गैर गांधी परिवार का अध्यक्ष भी मिलने जा रहा है। कांग्रेस के नए अध्यक्ष पद के लिए 80 साल के मल्लिकार्जुन खड़गे और 66 साल के शशि थरूर के बीच मुकाबला है। 17 अक्टूबर को इस पद के लिए वोटिंग हुई थी।
आज शाम तक कांग्रेस को उसका नया अध्यक्ष मिल जाएगा। दो दशक बाद कांग्रेस को गैर गांधी परिवार का अध्यक्ष भी मिलने जा रहा है। कांग्रेस के नए अध्यक्ष पद के लिए 80 साल के मल्लिकार्जुन खड़गे और 66 साल के शशि थरूर के बीच मुकाबला है। 17 अक्टूबर को इस पद के लिए वोटिंग हुई थी।
कांगेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने मतदान के बाद कहा कि अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया पूरी तरह से स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी रही है. 9,900 में 9,500 प्रतिनिधियों ने मतदान किया था। कुल मिलाकर 96 प्रतिशत मतदान हुआ. इस दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। उन्होंने ये भी आश्वासन दिया है कि ये एक गुप्त मतदान था और किसी को पता नहीं चलेगा कि किसने किसे वोट दिया है।
देश भर में स्थापित 68 मतदान केंद्रों से सभी सीलबंद मतपेटियों को पार्टी मुख्यालय के स्ट्रॉन्ग रूम में पहुंचा दिया गया है। सीलबंद मतपेटियों को उम्मीदवारों के एजेंटों के सामने खोला जाएगा और मतपत्रों को मिलाया जाएगा। इन वोटों की गिनती सुबह 10 बजे एआईसीसी मुख्यालय में शुरू होगी, जिसके बाद नए अध्यक्ष केे नाम का ऐलान होगा। कांग्रेस के 137 साल के इतिहास में अध्यक्ष पद के लिए इस बार छठी बार चुनाव हो रहा है।
सभी राज्यों में पड़े वोटों को बैलट बॉक्स से निकालकर एक साथ मिलाया जाएगा। उसके बाद गिनती शुरू होगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि किसी को ये न पता चल सके कि किस राज्य से किस उम्मीदवार को कितने वोट मिले। कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के चुनावों को कराने की जिम्मेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री को सौंपी थी। उन्होंने अब तक की चुनाव प्रक्रिया को अच्छे से पूरा कराया है।
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव तो हुए हैं, लेकिन माना यही जा रहा है कि नेहरू-गांधी खानदान के करीबी मल्लिकार्जुन खड़गे ही सबकी पसंद हैं। उनके मुकाबले खड़े शशि थरूर ने बयान भी दिया था कि वो कई राज्यों में गए, जहां स्थानीय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष या उनकी कार्यकारिणी के सदस्यों ने उनसे मिलना तक गवारा नहीं किया। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की तरफ से खड़गे के पक्ष में जारी बयान को भी शशि थरूर ने गलत बताते हुए कार्रवाई की मांग की थी। शशि थरूर उन 23 नेताओं में शामिल रहे हैं, जिन्होंने कांग्रेस को चलाने के नेहरू-गांधी परिवार के तौर-तरीकों पर सवाल खड़े किए थे। ऐसे में माना ये जाता है कि वो इस परिवार के गुड बुक में नहीं हैं। हालांकि, सोनिया गांधी ने चुनाव से पहले ही ये एलान कर दिया था कि वो, राहुल और प्रियंका किसी खास प्रत्याशी का समर्थन नहीं कर रहे हैं।