"आखिरी समय में काशी में रहा जाता है" सपा प्रमुख अखिलेश यादव का विवादस्पद बयान
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे पर तीखा हमला किया. तंज कसते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के बाकी नेताओं को लेकर कहा कि
"एक महीना क्या, 3 महीने तक बनारस में ही रहना चाहि. वह जगह रहने के लिए अच्छी है. आखिरी समय में वहीं रहा जाता है..."
सपा मुखिया के इस बयान राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है. जनता के साथ पार्टी के नेताओं ने भी अखिलेश के इस बयान पर नाराजगी जताई है। प्रधानमंत्री द्वारा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण और वहां हो रहे कार्यक्रमों को लेकर अखिलेश यादव ने कहा है कि काशी एक अच्छी जगह है, और अंतिम समय में वहां पर जाना ही चाहिए. अखिलेश के इस बयान के जवाब में भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
भाजपा ने कहा कि काशी, मथुरा, अयोध्या के प्रति दुर्भावना रखने वाली समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो की यही वास्तविक भावना है। क्या वह मानते हैं कि उनका यह बयान माफी योग्य है। वहीं यूपी बीजेपी के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट कर अखिलेश यादव पर पलटवार भी किया गया है. ट्विटर पर पोस्ट कर लिखा गया है,
"आखिरी समय में वहीं रहा जाता है, बनारस में... अखिलेश यादव का यह बयान शर्मनाक है. आज जब विश्वनाथ धाम के संवर्धन का इतना विशिष्ट काम हुआ, तब प्रधानमंत्री के लिए मृत्यु की इच्छा जताना उनकी विकृत मानसिकता को दर्शाता है. चुनाव में दिख रही हार से बौखलाए अखिलेश अपना संतुलन खो बैठे हैं."
वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी अखिलेश यादव पर हमला करते हुए बोला है कि काशी की भव्यता देखकर वे बौखला गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर जिन्ना की मूर्ति का उद्घाटन हो रहा होता, तो अखिलेश खुशी से झूम उठते।
बता दे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर परियोजना का लोकार्पण किया. इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ ही यह कार्यक्रम करीब महीना भर चलेंगे. कॉरिडोर के लोकार्पण होने के बाद मीडिया ने जब अखिलेश यादव से इस पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी तो अखिलेश यादव ने कहा- बनारस एक बहुत अच्छी जगह है. यहां जाते रहना चाहिए। अंतिम समय में तो जरूर जाना चाहिए. उन्होंने अपने इस बयान के आगे और कुछ नहीं कहा।
उत्तर प्रदेश सरकार में वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने अखिलेश यादव के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव काशी के पुनर्विकास और भारतीय संस्कृति के गौरव को पचा नहीं पा रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि अखिलेश यादव को भारतीय संस्कृति नहीं, बल्कि जिन्ना संस्कृति पसंद है, इसलिए ऐसा रिएक्शन दे रहे हैं।