मतगणना का काउंटडाउन शुरू, नतीजे मिलते ही बदलेंगी कई धारणाएं

अधिकृत रूप से तो यह 10 मार्च को पता चलेगा कि भाजपा सरकार आएगी, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का भाग्य चमकेगा या फिर कांग्रेस व बसपा चमत्कार करेंगी, पर राजनीतिक गलियारों में तेजी से ये चर्चाएं गूंज रही हैं कि मिथकों को तोड़ रहे योगी आदित्यनाथ क्या उत्तर प्रदेश की सियासत के अन्य धारणाओं को भी तोड़कर इतिहास रचने जा रहे हैं।

मतगणना का काउंटडाउन शुरू, नतीजे मिलते ही बदलेंगी कई धारणाएं

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना का काउंटडाउन शुरू हो गया है। गुरुवार को सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हो जाएगी। सभी जगह मतगणना को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मतगणना में किसी भी पार्टी के केंद्र अथवा राज्य सरकार के मंत्री, राज्य मंत्री एवं सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति मतगणना अभिकर्ता के रूप में नियुक्त नहीं किए जा सकेंगे। यदि वह स्वेच्छा से अपनी सुरक्षा व्यवस्था छोड़ दें तब भी उसे मतगणना अभिकर्ता नियुक्त नहीं किया जा सकता। नगरपालिका अध्यक्ष, सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, व अन्य जनप्रतिनिधि भी मतगणना अभिकर्ता नहीं बन सकेंगे।

अंतिम चरण के मतदान के साथ ही योगी आदित्यनाथ सरकार के साथ सभी राजनीतिक दलों और उनके नेताओं का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया। अधिकृत रूप से तो यह 10 मार्च को पता चलेगा कि भाजपा सरकार आएगी, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का भाग्य चमकेगा या फिर कांग्रेस व बसपा चमत्कार करेंगी, पर राजनीतिक गलियारों में तेजी से ये चर्चाएं गूंज रही हैं कि  मिथकों को तोड़ रहे योगी आदित्यनाथ क्या उत्तर प्रदेश की सियासत के अन्य धारणाओं को भी तोड़कर इतिहास रचने जा रहे हैं।

अगर एग्जिट पोल के अनुमान सही होते हैं और भाजपा सत्ता में वापसी करती है, तो प्रदेश के अब तक के इतिहास में योगी ऐसे पहले मुख्यमंत्री के रूप में दर्ज हो जाएंगे जो उत्तर प्रदेश में किसी विधानसभा का निर्धारित पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा कर फिर अपने दल की सत्ता में वापसी कराएंगे। भाजपा नेतृत्व यदि उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करता है, तो वे भाजपा के ऐसे पहले नेता हो जाएंगे जो लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे। साथ ही प्रदेश में एक विधानसभा के पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेने वाले भी पहले व्यक्ति बन जाएंगे। 

ऐसे में कल शाम तक स्तिथिया साफ़ हो जाएँगी और आने वाले कुछ दिनों में सरकार बनते ही कई मिथक टूटेंगे।