जनता की सेवा को तत्पर है डबल इंजन की सरकार- बोले योगी और किया बाढ़ ग्रस्त इलाको का हवाई सर्वेक्षण
सीएम योगी शुक्रवार को महराजगंज जनपद के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद धानी ब्लॉक के पीछे बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से बेहद आत्मीयता से बातचीत की, उनका दुख-दर्द साझा किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि बाढ़ आपदा की इस घड़ी में केंद्र व राज्य सरकार पीड़ित जन के साथ खड़ी है। प्रत्येक पीड़ित को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। जनहानि से लेकर फसलों और पशु हानि तक के लिए सरकार भरपाई कर रही है। डबल इंजन सरकार के साथ रहते किसी भी स्थिति में जनता को कहीं हाथ फैलाने की आवश्यकता नहीं है। मुख्यमंत्री गुरुवार को बस्ती जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद हर्रैया तहसील के हेंगापुर में सर्वोदय इंटर कालेज परिसर में बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री वितरित कर रहे थे।
सीएम योगी शुक्रवार को महराजगंज जनपद के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद धानी ब्लॉक के पीछे बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से बेहद आत्मीयता से बातचीत की, उनका दुख-दर्द साझा किया। खुद अपने हाथों से राहत सामग्री सौंपी और भरोसा दिया कि हर संकट में सरकार उनके साथ खड़ी है। बाढ़ आपदा में हुए उनके हर नुकसान की भरपाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न व अन्य सामग्री का वितरण कराया जा रहा है। दो तरह की किट में दी जा रही राहत सामग्री किट में 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 2 किलो अरहर दाल, आधा किलो नमक, 250 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिर्च, 250 ग्राम सब्जी मसाला, एक लीटर रिफाइंड तेल, पांच किलो लाई, दो किलो भूना चना, एक किलो गुड़, 10 पैकेट बिस्कुट, एक पैकेट माचिस, एक पैकेट मोमबत्ती, दो नहाने का साबुन शामिल है। इसके अलावा 10 किलो आलू, पांच लीटर केरोसिन, पांच लीटर क्षमता के दो जरीकेन, 15 गुणे 10 फीट की एक तारपोलीन शीट भी दी जा रही है।
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को युद्ध स्तर पर राहत सामग्री वितरित करने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है ताकि किसी को भी परेशान न होना पड़े। कहा कि अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि बाढ़ से जनहानि पर पीड़ित परिवार को चार लाख रुपये का मुआवजा तत्काल उपलब्ध कराया जाए। अंग भंग होने पर 2.5 लाख रुपये तक की सहायता के साथ ही गंभीर रूप से घायलों को भी आर्थिक मदद दी जाएगी। बाढ़ से जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं उन्हें 1.20 लाख रुपये मुख्यमंत्री आवास योजना के तर्ज पर मकान बनाने के लिए दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के कारण बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान हुआ है। प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि सर्वे कराकर जल्द से जल्द फसलों की क्षतिपूर्ति की धनराशि किसानों के खातों में भेजी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सूखा और अब असमय बाढ़ से आई स्थिति पर राज्य सरकार की पूरी नजर है। इसे देखते हुए किसानों को दलहन व सब्जी के बीज निशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं।