हिमाचल प्रदेश में महसूस किये गए भूकंप के झटके, तीव्रता 4.1रिकॉर्ड हुई
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, रात नौ बजकर 32 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र मंडी जिले से 27 किलोमीटर दूर उत्तर-उत्तर पश्चिम में स्थित था. अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के झटके मंडी, कांगड़ा और आसपास के इलाकों में महसूस किए गए. अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बुधवार को 4.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, रात नौ बजकर 32 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र मंडी जिले से 27 किलोमीटर दूर उत्तर-उत्तर पश्चिम में स्थित था. अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के झटके मंडी, कांगड़ा और आसपास के इलाकों में महसूस किए गए. अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
हिमालयी क्षेत्र में पिछले एक पखवाड़े में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड-नेपाल सीमा पर हिमालयी क्षेत्र में आठ से 16 नवंबर के बीच विभिन्न तीव्रता के कम से कम 10 भूकंप आए हैं.
हिमाचल प्रदेश पहाड़ी इलाका होने के साथ-साथ भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील इलाकों में गिना जाता है. यह सिस्मिक जोन 4 और 5 में आता है, जिसका अर्थ है कि यहां भीषण भूकंप आने का खतरा बना रहता है.
इससे पहले 9 नवंबर को भी दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए थे. रात 1:57 बजे आए भूकंप की तीव्रता 6.3 दर्ज की गई थी. इसका केंद्र नेपाल में था और यह चीन में भी महसूस किया गया. भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किमी की गहराई में था. इसके चलते 6 लोगों की मौत हो गई थी.
यहां वर्ष 1905 में बेहद तेज भूकंप आया था, जिसमें कम से कम 20 हजार लोगों की मौत की आशंका जताई जाती है. उस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.8 थी, जिसमें पूरा इलाका ही बिल्कुल तहस-नहस हो गया था.