योगी सरकार आने के बाद कुल इतने अपराधियों का हुआ एनकाउंटर, जानिए यूपी के किस जिले में कितनी मुठभेड़

योगी सरकार ने साल 2017 से लेकर अब तक यूपी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिये ताबड़तोड़ 178 अपराधियों के एनकाउंटर किए हैं. जिनमें से अधिकतर बदमाश इनामी हैं. वहीं, सबसे ज्यादा बदमाशों का एनकाउंटर मेरठ में किया गया है, जिनकी संख्या 3 हजार से ज्यादा है.

योगी सरकार आने के बाद कुल इतने अपराधियों का हुआ एनकाउंटर, जानिए यूपी के किस जिले में कितनी मुठभेड़

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधियों की कमर तोड़ने में लगी है. सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश की सत्‍ता संभालते ही कानून व्‍यवस्‍था को पटरी पर लाने का जिम्‍मा उठा लिया. नतीजन पिछले 6 वर्षों में प्रदेश में योगी सरकार में 10 हजार से ज्‍यादा पुलिस एनकाउंटर किए गए. यह दर्शाता है कि यूपी में योगी सरकार के आने के बाद प्रदेश में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है. 
बता दे प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के दूसरे आरोपी का भी यूपी पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है. अब तक दो आरोपियों को एनकाउंटर के जरिए मौत के घाट उतारा गया है. पिछले कुछ सालों में यूपी में लगातार एनकाउंटर कल्चर तेजी से बढ़ता दिख रहा है. योगी सरकार के 6 साल के कार्यकाल में सैकड़ों बदमाशों का एनकाउंटर हो चुका है. 


प्रदेश में अपराधियों के खात्‍मे के लिए मेरठ पुलिस योगी सरकार से कदम से कदम मिलाकर चल रही है. मेरठ पुलिस और अपराधियों के बीच वर्ष 2017 से अब तक सबसे ज्यादा 3152 एनकाउंटर हुए हैं. इसमें 63 अपराधियों को ढेर किया गया, जबकि 5967 अपराधियों को एनकाउंटर के दौरान गिरफ्तार किया गया है. वहीं, दूसरे नंबर पर आगरा पुलिस है. 
योगी सरकार ने साल 2017 से लेकर अब तक यूपी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिये ताबड़तोड़ 178 अपराधियों के एनकाउंटर किए हैं. जिनमें से अधिकतर बदमाश इनामी हैं. वहीं, सबसे ज्यादा बदमाशों का एनकाउंटर मेरठ में किया गया है, जिनकी संख्या 3 हजार से ज्यादा है. योगी सरकार में सबसे पहला एनकाउंटर 27 सितंबर, 2017 में मंसूर पहलवान का किया गया था, जोकि सहारनपुर का रहने वाला था. मंसूर पर 50 हजार रुपये का इनाम था.
20 मार्च, 2017 से लेकर 20 फरवरी, 2023 तक यूपी पुलिस ने बदमाशों पर कठोर कार्रवाई की है. जिसमें पुलिस कार्यवाही की कुल संख्या 10,713 है. पुलिस कार्यवाही में गिरफ्तार किये गए अभियुक्तों की संख्या 22,955 है. पुलिस कार्यवाही में घायल हुए अभियुक्तों की संख्या 4,859 है. 
पुलिस कार्यवाही में मारे गए अभियुक्तों की संख्या 176 है, जिसमें उमेश पाल हत्याकांड के दो अपराधियों के एनकाउंटर को मिलाने के बाद यही संख्या 178 हो जाती है. पुलिस कार्यवाही में घायल हुए पुलिसकर्मियों की संख्या 1,416 है. वहीं, शहीद हुए पुलिसकर्मियों की संख्या 13 है, जिसमें उमेश पाल हत्याकांड में एक सिपाही भी शहीद हुए थे, जिसको मिलकर ये संख्या 14 हो चुकी है.


यूपी ग्‍लोबल इन्‍वेस्‍टर्स समिट में देश ही नहीं विदेश से भी निवेशक आए. इसका श्रेय प्रदेश की बेहतर कानून व्‍यवस्‍था को भी जाता है. ग्‍लोबल इन्‍वेस्‍टर्स समि‍ट में प्रदेश की कानून व्‍यवस्‍था को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम नेताओं ने तारीफ की. वहीं, सीएम योगी ने भी 34.09 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव आने का सबसे बड़ा श्रेय यूपी पुलिस को दिया है. 
प्रदेश में योगी सरकार की सत्‍ता आने पर यूपी पुलिस ने वर्ष 2017 से अब तक 10713 एनकाउंटर किए. इसमें पहले नंबर पर मेरठ है. वहीं, दूसरे नंबर पर आगरा पुलिस है. यहां 1844 एनकाउंटर किए गए. इसमें 4654 अपराधियों को गिरफ्तार किया जबकि 14 दुर्दांत अपराधी मारे गए. वहीं, 258 अपराधी जेल की सजा काट रहे हैं. इस दौरान 55 जांबाज पुलिसकर्मी घायल भी हुए.