फेमस म्यूजिक डायरेक्टर और सिंगर बप्पी लाहिरी का निधन, जानिए क्यों पहनते थे गोल्‍ड की इतनी ज्वैलरी

मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को अपने घर आने के लिए बुलाया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया. उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं थीं. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की वजह से बीती रात उनका निधन हो गया. बॉलीवुड में डिस्को और पॉप म्यूजिक का दौर शुरु करने वाले बप्पी लाहिरी अपने अलग तरह के लुक और सोने के शौकीन होने के लिए भी पहचाने जाते थे.

फेमस म्यूजिक डायरेक्टर और सिंगर बप्पी लाहिरी का निधन, जानिए क्यों पहनते थे गोल्‍ड की इतनी ज्वैलरी

बॉलीवुड को डिस्को म्यूजिक देने वाले फेमस सिंगर व म्यूजिक डायरेक्टर बप्पी लाहिरी का मुंबई के अस्पताल में निधन हो गया है. प्राप्त समाचारों के अनुसार बप्पी लाहिरी कल रात घर पर थे और अस्वस्थ थे, जिसके बाद उन्हें जुहू के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया है. बप्पी लाहिरी एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे और सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई. लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को अपने घर आने के लिए बुलाया, जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया. उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं थीं. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की वजह से बीती रात उनका निधन हो गया. बप्पी लाहिरी का आज यानी बुधवार 16 फरवरी 2022 को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. वह 69 वर्ष के थे. बप्पी लाहिरी को 1970-80 के दशक की शुरुआत की कई फिल्मों जैसे 'चलते चलते', 'डिस्को डांसर' और 'शराबी' में लोकप्रिय गाने देने के लिए जाना जाता है. उनका आखिरी बॉलीवुड गाना 'बंकस' 2020 की फिल्म 'बागी 3' के लिए था. 

बप्पी लाहिरी का असली नाम अलोकेश लाहिरी था. उनका जन्‍म 27 नवंबर 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था. इनके पिता का नाम अपरेश लाहिरी और मां का नाम बन्‍सारी लाहिरी है. संगीतकार बप्पी लाहिरी रिश्ते में किशोर कुमार के भांजे थे, दोनों के बीच काफी प्यार था और इस खून के रिश्ते से ज्यादा दोनों के बीच गुरु-शिष्य वाला रिश्ता था. गुरु-शिष्य, तो कभी दोस्त-यार और कभी मामा-भांजा वाली इस जोड़ी ने बॉलीवुड को कई यादगार गाने दिए हैं. बप्पी को बॉलीवुड में एंट्री देने वाले भी कोई और नहीं बल्कि किशोर कुमार ही थे. बप्पी लाहिरी ने एक इंटरव्यू में कहा था, '20 साल की उम्र में मैंने काम किया था एक फिल्म में 'बढ़ती का नाम दाढ़ी', कॉमेडी फिल्म थी. मैं प्रोड्यूसर डायरेक्टर किशोर कुमार का भांजा था. उस फिल्म में मैंने छोटा सा रोल किया था. तो किशोर कुमार ने बोला कि मुझे लगता है कि तुम पिक्चर में काम कर सकते हो, तब मैंने कहा कि हिंदी ठीक नहीं बोल पाता मैं कहां से काम करूंगा.' इसके बाद बप्पी ने एक्टिंग नहीं की लेकिन बॉलीवुड को यादगार गाने देने में जी जान लगा दी. 

बॉलीवुड में डिस्को और पॉप म्यूजिक का दौर शुरु करने वाले बप्पी लाहिरी अपने अलग तरह के लुक और सोने के शौकीन होने के लिए भी पहचाने जाते थे. उनका नाम सुनते ही दिमाग में सबसे पहले गोल्ड ही ध्यान में आता है. बप्पी लाहिरी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो अमेरिकन रॉक स्टार एल्विस प्रेसली के बड़े प्रशंसक थे और एल्विस अपनी परफॉर्मेंस के दौरान सोने की चैन पहना करते थे. एल्विस को देखकर बप्पी दा ने ठान लिया था कि अगर वो कभी कामयाब हुए तो अपनी अलग पहचान बनाएंगे और फिर उन्होंने एल्विस की तरह ही चेन पहनना शुरू कर दिया. इसके बाद देखते ही देखते उनका ये शौक उनकी पहचान बन गई.