योगी सरकार 2.0 के मंत्रिमंडल की पहली बैठक, जानिए क्या निर्णय लिए गए
त्तर प्रदेश में दोबारा सत्ता की कमान संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं। शुक्रवार को शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की जनता के लिए राहत भरी खबर सुनाई है। शपथ लेने के एक दिन बाद योगी आदित्यनाथ ने पार्टी का पहला वादा निभाया। नई कैबिनेट ने शनिवार को अपनी पहली बैठक में मुफ्त राशन योजना को जून तक बढ़ाने का फैसला किया।
उत्तर प्रदेश में नई योगी सरकार का गठन हो चुका है। डिप्टी सीएम केशव मौर्य और बृजेश पाठक को बनाया गया है। जबकि अन्य में 16 कैबिनेट मंत्री, 14 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 20 राज्यमंत्री चुने गए है। योगी ने अपने साथ हर वर्ग को साथ रखा पूर्व आइएएस, आइपीएस और डॉक्टर शामिल हैं। पिछली सरकार के 22 मंत्रियों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। इस तरह इस बार सुसंगठित सरकार चलाने की कोशिश होगी। उत्तर प्रदेश में दोबारा सत्ता की कमान संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं। शुक्रवार को शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की जनता के लिए राहत भरी खबर सुनाई है।
शपथ लेने के एक दिन बाद योगी आदित्यनाथ ने पार्टी का पहला वादा निभाया। नई कैबिनेट ने शनिवार को अपनी पहली बैठक में मुफ्त राशन योजना को जून तक बढ़ाने का फैसला किया। मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स में बताया कि राज्य के 15 करोड़ लोगों के हित में हमने मुफ्त राशन योजना को जून 2022, यानी 3 महीनों के लिए बढ़ाने का फैसला किया है। ये फैसला जनता को समर्पित है। इसकी अवधि 31 मार्च को पूरी हो रही थी। सरकार ने अब इस योजना को जारी रखते हुए इसकी अवधि को जून तक के लिये बढ़ाने का निर्णय किया है। इसके साथ ही लाभार्थी परिवार को दाल, रिफांइड तेल और नमक देने की इस योजना से 15 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। अप्रैल 2020 से केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकार अपने संसाधनों से 15 करोड़ गरीब जनता को मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। इसके तहत अंत्योदय कार्ड धारकों को राज्य सरकार द्वारा 35 किलोग्राम खाद्यान्न दिया जाता है, जबकि पात्र गृहस्थी को प्रति यूनिट 05 किलोग्राम खाद्यान्न मिल रहा है। इसके अलावा दिसंबर 2021 से राज्य सरकार खाद्यान्न के साथ-साथ 01 लीटर रिफाइंड तेल, 01 किलो दाल और 01 किलो नमक भी दे रही है। जबकि अंत्योदय श्रेणी के परिवारों को 01 किलो चीनी भी मुहैया कराई जा रही है।
माना जा रहा है कि, इस बार भारतीय जनता पार्टी की जीत में मुफ्त राशन योजना का जबरदस्त प्रभाव रहा है. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के बाद, योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की पहली कैबिनेट बैठक शनिवार सुबह यहां लोकभवन में हुई. मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, "कोरोना वायरस महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर नागरिक के लिए 'प्रधानमंत्री अन्न योजना' प्रारंभ की थी. इस योजना के अन्तर्गत देश की 80 करोड़ जनता को इसका लाभ मिल रहा है."
राशन वितरण की पारदर्शी व्यवस्था पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, 80 हजार उचित दर की दुकानों पर ई-पॉश मशीनें लगी हैं. इससे सही लाभार्थी तक राशन वितरण संभव हो रहा है. संवाददाता सम्मेलन में योगी आदित्यनाथ के साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे.
सीएम योगी ने साफ कर दिया कि राजनीति में हम शुचिता और पारदर्शिता के लिए आए है। इस दूसरी पारी में भी कोई भी ऐसा काम नहीं करना है जिससे सरकार की छवि पर कोई असर पड़े।
सीएम ने कहा कि मंत्रियों का कोई अपना निजी जीवन नही होता है। जब आप सार्वजनिक जीवन में होते है तो आपकी भूमिका आपके परिवार और समाज दोनों के लिए अलग-अलग होती है। सीएम ने अपने स्टाफ के चुनाव में भी सावधानी बरतने की सलाह दी। साथ ही सभी मंत्रियों को यूपी को नंबर-1 बनाने का लक्ष्य दिया।