पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की सील फैक्ट्री पर छापा, ३०० टन अवैध मीट बरामद

मेरठ पुलिस प्रशासन ने याकूब कुरैशी के मीट प्लांट पर छापा मारा, जिसमें बिना अनुमति के मीट को प्रोसेस और पैक किया जा रहा था। थाना खरखौदा क्षेत्र के अल्लीपुर गांव में स्थित पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की फैक्ट्री में अवैध तरीके से मीट पैकेजिंग का मामला सामने आया है। पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की फैक्टरी में सील लगी थी लेकिन, इसके बाद भी यहां बिजली कनेक्शन चलता रहा। बिजली कभी कट जाती तो कभी बिल जमा होने पर कनेक्शन फिर से जोड़ दिया जाता। तीन महीने तक ये खेल चलता रहा।

पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की सील फैक्ट्री पर छापा, ३०० टन अवैध मीट बरामद

अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे बसपा सरकार के पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी  की मुश्किलें बढ़ गई हैं।  मेरठ पुलिस प्रशासन ने याकूब कुरैशी के मीट प्लांट पर छापा मारा, जिसमें बिना अनुमति के मीट को प्रोसेस और पैक किया जा रहा था।  थाना खरखौदा क्षेत्र के अल्लीपुर गांव में स्थित पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की फैक्ट्री में अवैध तरीके से मीट पैकेजिंग का मामला सामने आया है।  यह खुलासा पुलिस प्रशासन की टीम के छापेमारी के दौरान हुआ है।  बताया जा रहा है कि बिना लाइसेंस के मीट फैक्ट्री चल रही थी।  पुलिस याकूब कुरैशी की कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है. उल्लेखनीय है बसपा सरकार में याकूब कुरैशी हज मंत्री रह चुके हैं। 

भ्रष्टाचार की इससे ज्यादा इंतहा नहीं हो सकती। पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की फैक्टरी में सील लगी थी लेकिन, इसके बाद भी यहां बिजली कनेक्शन चलता रहा। बिजली कभी कट जाती तो कभी बिल जमा होने पर कनेक्शन फिर से जोड़ दिया जाता। तीन महीने तक ये खेल चलता रहा। किसी ने ये तक देखने की जरूरत नहीं समझी कि जहां पर कनेक्शन चल रहा है वहां आखिर काम क्या हो रहा था। इसी खेल की आड़ में अवैध मीट फैक्टरी चलती रही। पुलिस भी आती-जाती गाड़ियों को नहीं देख पाई। ये सारा खेल तमाम विभागों की सांठगांठ की तरफ इशारा कर रहा है। 

मामला मेरठ के थाना खरखौदा क्षेत्र के अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड का है. यह कंपनी याकूब कुरैशी और उसके बेटे चलाते हैं।  पुलिस प्रशासन ने एक गोपनीय सूचना पर इस फैक्ट्री में छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।  जिसमें पोल्ट्री फार्म की आड़ में अवैध तरीके से मीट को प्रोसेस और पैक करके एक्सपोर्ट करने का धंधा चल रहा था।  पुलिस की अचानक कार्रवाई से हड़कंप मच गया. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर मौजूद करीब 10 कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया।  कार्यवाई को पूरा करने के लिए मौके पर प्रदूषण, बिजली, एमडीए, नगर निगम, खाद्य विभाग व पशुपालन विभाग की टीम को भी मौके पर तलब किया गया।  मौके से करीब 300 टन अवैध मांस भी बरामद किया गया. इस मामले में 12 घंटे से भी ज्यादा कार्रवाई चली जिसके बाद याकूब कुरैशी, उसके दो बेटे और पत्नी समेत करीब 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। 

एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि जांच में फैक्टरी के जनवरी से चलने की बात सामने आ रही है। पकड़े गए 10 आरोपियों ने भी स्वीकार किया है कि वे यहां कई महीने से काम कर रहे थे। दिसंबर 2021 से लेकर 23 मार्च 2022 तक बिजली कनेक्शन काटने और जोड़ने का खेल लगातार चलता रहा। बिजली बिल का बकाया जमा नहीं होने पर पावर कॉरपोरेशन के अधिकारी कनेक्शन काट जाते और बिल जमा होने पर फिर से जोड़ देते।