'श्रमयोगियों' से लेकर 'महिला प्रहरी' जानिए इस गणतंत्र दिवस क्या-क्या है खास

गणतंत्र दिवस की थीम 'जन भागीदारी' रखी गई है। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी इस बार गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि हैं।इस साल का गणतंत्र दिवस समारोह कई मायनों में खास है। पहली बार सीमा सुरक्षा बल के ऊंट सवार दल में महिला टुकड़ी शामिल है।

'श्रमयोगियों' से लेकर 'महिला प्रहरी' जानिए इस गणतंत्र दिवस क्या-क्या है खास

आज 26 जनवरी को पूरा भारत देश धूमधाम से 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस गणतंत्र दिवस की थीम 'जन भागीदारी' रखी गई है। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी इस बार गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि हैं।इस साल का गणतंत्र दिवस समारोह कई मायनों में खास है। पहली बार सीमा सुरक्षा बल के ऊंट सवार दल में महिला टुकड़ी शामिल है।  

पहली बार, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) गणतंत्र दिवस परेड के दौरान ऊंट की सवारी करने वाली महिलाओं की एक विशेष टुकड़ी 'महिला प्रहरी' उतारी हैं। उन्हें मशहूर डिजाइनर राघवेंद्र राठौर द्वारा बनाई गई शाही वर्दी पहनाई जाएगी। बीएसएफ की ऊंट टुकड़ी 1976 से गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा रही है। 

गणतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में 23 और 24 जनवरी, 2023 को जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में एक सैन्य टैटू और जनजातीय नृत्य उत्सव 'आदि-शौर्य - पर्व पराक्रम का' आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम के बीच में प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर की प्रस्तुति भी हुई। यह गणतंत्र दिवस 10 सैन्य टैटू प्रदर्शन और 20 जनजातीय नृत्यों का गवाह बनेगा। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि महोत्सव का उद्देश्य देश के शूरवीरों के बलिदान को याद करना और उस समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाना है जिसके कारण भारत इतना अनूठा और विविधतापूर्ण है। रक्षा मंत्रालय और जनजातीय मामलों के मंत्रालय संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। 

वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता का दूसरा संस्करण गणतंत्र दिवस समारोह 2023 के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया। लोक/आदिवासी, शास्त्रीय और समकालीन/फ्यूजन की शैलियों में 17-30 वर्ष के आयु वर्ग के प्रतिभागियों से 15 अक्टूबर से 10 नवंबर, 2022 तक प्रविष्टियां मांगी गई थीं। संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में सात क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों द्वारा 17 नवंबर से 10 दिसंबर, 2022 तक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश स्तर और क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। ग्रैंड फिनाले 19 और 20 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था, जिसमें 980 डांसरों ने भाग लिया था। अब ये डांसर इस गणतंत्र दिवस समारोह में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी। 

गणतंत्र दिवस समारोह के एक भाग के रूप में दिनांक 26 से 31 जनवरी, 2023 तक लाल किले, दिल्ली के सामने स्थित उद्यान और ज्ञान पथ में भारत सरकार द्वारा 'भारत पर्व' समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में खाद्य महोत्सव, हस्तशिल्प मेला, लोक और जनजातीय नृत्य प्रदर्शन, सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा प्रदर्शन, सर्विस बैंड कॉन्सर्ट, गणतंत्र दिवस की झांकी का प्रदर्शन, लाल किले पर प्रकाश व्यवस्था आदि शामिल होंगे।

इस आयोजन के दौरान देखो अपना देश, एक भारत श्रेष्ठ भारत, जी 20 और मिशन लाइफ की ब्रांडिंग और प्रचार किया जाएगा। पूरे भारत पर्व जोन को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र के रूप में नामित किया जाएगा। पर्यटन मंत्रालय को इस आयोजन के लिए नोडल मंत्रालय के रूप में नामित किया गया है। 'भारत पर्व' का उद्घाटन 26 जनवरी, 2023 को शाम 5:00 बजे होगा और यह आम जनता के लिए 26 जनवरी, 2023 को शाम 5:00 बजे से रात 10:00 बजे तक और 27 से 31 जनवरी, 2023 तक दोपहर 12:00 बजे से रात 10:00 बजे तक खुला रहेगा।

इस साल, मेहमानों और दर्शकों को निमंत्रण कार्डों के स्थान पर ई-निमंत्रण दिए गए हैं। इसके लिए, एक समर्पित पोर्टल www.amantran.mod.gov.in शुरू किया गया है। इस पोर्टल के माध्यम से टिकटों की बिक्री, प्रवेश पत्र, निमंत्रण पत्र और कार पार्किंग लेबल ऑनलाइन जारी किए गए। सरकार ने जनता के लिए 32,000 टिकट ऑनलाइन रखे। 

ई-टिकट वाले व्यक्ति 26 जनवरी को रायसीना हिल के नजदीकी दो स्टेशनों - उद्योग भवन और केंद्रीय सचिवालय तक 'मुफ्त मेट्रो यात्रा' का लाभ उठा सकेंगे। ई-टिकट में एक क्यूआर कोड होगा जो मेट्रो स्टेशनों पर मुफ्त यात्रा के लिए दिखाया जा सकता है।

इस साल समाज के सभी वर्गों के आम लोगों को निमंत्रण भेजा गया है जैसे कि सेंट्रल विस्टा, कर्तव्य पथ, नए संसद भवन के निर्माण में शामिल श्रमयोगी, दूध, सब्जी विक्रेता, स्ट्रीट वेंडर आदि। इन विशेष आमंत्रितों को कर्तव्य पथ पर प्रमुखता से बैठाया जाएगा।  

गणतंत्र दिवस परेड के दौरान देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक और सामाजिक प्रगति और मजबूत आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को दर्शाती तेईस झांकियां-राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों से 17 और विभिन्न मंत्रालयों/विभागों से छह झांकियां कर्तव्य पथ पर देखने को मिलेंगी।   

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सिसी भारत के 74वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे। यह पहली बार है जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फत्ताह एल खारासावी के नेतृत्व में पहली बार कर्तव्य पथ पर मार्च करते हुए मिस्र के सशस्त्र बलों का संयुक्त बैंड और मार्चिंग दल का हिस्सा होगा। दल में 144 सैनिक शामिल होंगे, जो मिस्र के सशस्त्र बलों की मुख्य शाखाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे। 

इस साल के बीटिंग रिट्रीट समारोह में भारत में अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन डिस्प्ले होगा, जिसमें पिछले साल 1,000 के मुकाबले 3,500 ड्रोन एक साथ उड़ेंगे। स्वदेशी ड्रोन रायसीना की पहाड़ियों पर शाम के आसमान को रोशन करेंगे। यह स्टार्ट-अप इकोसिस्टम की सफलता, देश के युवाओं तकनीकी कौशल को दर्शाता है। भारत में निर्मित पहला स्वदेशी हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर, 'प्रचंड,' गणतंत्र दिवस परेड में 'आत्मनिर्भरता' भारत की शक्ति का प्रदर्शन करेगा।

बीटिंग रिट्रीट समारोह 29 जनवरी को विजय चौक पर होगा। पहली बार, नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक के अग्रभाग पर पर एक 3डी एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन प्रदर्शित किया जाएगा।