G-20 Summit- जब जो बाइडेन खुद PM मोदी से मिलने पहुंचे, मंच पर दिखी भी भारत की धमक

इंडोनेशिया के बाली में G20 बैठक के पहले सेशन में जी-20 नेताओं के बीच फूड एंड एनर्जी सिक्योरिटी पर चर्चा हुई. बैठक के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद मोदी से मिलने पहुंचे. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी, बाइडेन को नहीं देख पाए थे. वो दूसरी तरफ जा रहे थे. इसी दौरान बाइडेन ने उन्हें पुकारा और फिर दोनों हंसते हुए गले लगे. इस अनौपचारिक मुलाकात और बॉडी लैंग्वेज को आपको देखना चाहिए.

G-20 Summit- जब जो बाइडेन खुद PM मोदी से मिलने पहुंचे, मंच पर दिखी भी भारत की धमक

कुछ समय पहले तक अंतरराष्ट्रीय मंच पर जब भी किसी बड़े संगठन की बैठक होती है तो उसमें पूरी दुनिया की नजर अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे देशों के सर्वोच्च नेताओं पर होती है और यहां इन देशों का ही एजेंडा चलता है. चीन और रूस के राष्ट्रपति से जुड़ी खबरें अंतरराष्ट्रीय मीडिया का हिस्सा होती थीं, लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दिखने वाली ये तस्वीरें बदल गई हैं और खबरों को देखने व समझने का नजरिया बदल गया है. 

इंडोनेशिया के बाली में G20 बैठक के पहले सेशन में जी-20 नेताओं के बीच फूड एंड एनर्जी सिक्योरिटी पर चर्चा हुई. बैठक के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद मोदी से मिलने पहुंचे. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी, बाइडेन को नहीं देख पाए थे. वो दूसरी तरफ जा रहे थे. इसी दौरान बाइडेन ने उन्हें पुकारा और फिर दोनों हंसते हुए गले लगे. इस अनौपचारिक मुलाकात और बॉडी लैंग्वेज को आपको देखना चाहिए. 

सामान्य तौर पर ऐसे किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर हर मुलाकात पहले से तय होता है. 1-1 मिनट की तैयारी की जाती है. कब-किससे मिलना है. किन मुद्दों पर चर्चा करनी है. बैठक में कौन-कौन शामिल होगा. सबकुछ पहले से तय होता है और इसमें सख्त प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है, लेकिन जो बाइडेन की पीएम मोदी से मुलासात किसी प्रोटोकॉल का हिस्सा था ही नहीं, बल्कि बाइडेन और मोदी की मुलाकात एक दोस्त की तरह हुई.

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भी बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी की ऐसे ही बेहद इनफॉर्मल तरीके से मुलाकात होती रही है. यहां गौर करने वाली बात ये हैं कि बाइडेन से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप थे और उस दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी की ट्रंप से केमेस्ट्री की पूरी दुनिया में चर्चा होती थी. जी-20 की बैठक के पहले सेशन में बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी एक साथ बैठे थे. 

निया के मंच पर प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता कितनी ज्यादा है. इसके लिए आपको एक और वीडियो देखना चाहिए, जिसमें बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी खड़े और बगल में बाइडेन बात कर रहे थे. उसी दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों वहां से गुजरते हैं, प्रधानमंत्री मोदी को देखते हैं और उनके पीठ पर थपकी करते हैं. फिर दोनों नेता गर्मजोशी से मिलते हैं.

जी-20 के मंच पर ब्रिटेन के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात पर दुनिया भर की मीडिया की नजर थी. प्रधानमंत्री बनने के बाद ऋषि सुनक और प्रधानमंत्री मोदी की ये पहली मुलाकात थी, लेकिन दोनों के मुलाकात की तस्वीरों को देखकर ऐसा नहीं लगता है कि ये पहली मुलाकात थी.

आपने देखा कि जी-20 के मंच पर प्रधानमंत्री मोदी सबसे चहेते अंतरराष्ट्रीय नेता हैं, लेकिन अब आपको बताते हैं कि आज कैसे पूरी दुनिया प्रधानमंत्री मोदी को सुनती और उनके नेतृत्व को स्वीकार कर रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने फूड एंड एनर्जी सिक्योरिटी पर हो रहे बैठक में हिस्सा लिया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के बगल में राष्ट्रपति बाइडेन बैठे थे. इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सीधे तौर पर संयुक्त राष्ट्र और रूस की गलतियों पर सवाल उठाए. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना और इसके बाद यूक्रेन संकट से पूरी दुनिया में तबाही आई है और संयुक्त राष्ट्र भी इन मुद्दों पर कुछ नहीं कर पाया. प्रधानमंत्री मोदी ने फिर से रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने की बात कही.

पीएम मोदी की करिश्माई नेतृत्व का ही कमाल है कि आज रूस हो या अमेरिका दोनों देश भारत की दोस्ती चाहते हैं. भारत अगर युद्ध के मोर्चे पर रूस की आलोचना करता है और उसके बावजूद भारत को रूस सस्ते में कच्चा तेल देता है तो ये भारत की बढ़ती ताकत का सबूत है. अमेरिका के विरोध के बावजूद रूस के साथ भारत हथियारों के लिए करार करता है फिर भी अमेरिका, भारत के साथ अपनी दोस्ती को मजबूत करना चाहता है तो ये दुनिया में बदलते वर्ल्ड ऑर्डर में भारत की भूमिका को दिखाता है.