शादियों में खाना खाने के बाद डकैती डालने वाली गैंग का पर्दाफाश- चोटी और शेरवानी से पकड़ा गया शातिर गिरोह

डकैतों ने इस वारदात के लिए पूरी खास प्लानिंग की थी और वारदात करने के बाद पीछे कोई सुराग नहीं छोड़ा था. पुलिस के लिए इस वारदात का खुलासा करना बहुत पेचींदा था. मगर, कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगालकर पुलिस ने केस को वर्क आउट कर लिया।

शादियों में खाना खाने के बाद डकैती डालने वाली गैंग का पर्दाफाश- चोटी और शेरवानी से पकड़ा गया शातिर गिरोह

शादियों में खाना खाने के बाद डकैती डालने वाली गैंग का शेरवानी और चोटी ने डकैती की अंधी वारदात का पर्दाफाश करा दिया. इन डकैतों ने इस वारदात के लिए पूरी खास प्लानिंग की थी और वारदात करने के बाद पीछे कोई सुराग नहीं छोड़ा था. पुलिस के लिए इस वारदात का खुलासा करना बहुत पेचींदा था. मगर, कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए सीसीटीवी फुटेज खंगालकर पुलिस ने केस को वर्क आउट कर लिया।

कानपुर के रावतपुर इलाके में 17 दिसंबर की रात को एक घर में डकैती हुई थी. बदमाशों ने दहशत फैलाने के लिए मोबाइल व्यापारी कमलेश शर्मा की पत्नी की हाथ की दो उंगलियां भी काट दी थीं. इसके बाद लाखों का कीमती सामान और कैश लेकर फरार हो गए थे.

पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया था कि एक डकैत शेरवानी में था. उन सभी ने मुंह बांध रखा था. फिंगर प्रिंट्स न मिलें इसलिए हाथोंं में ग्लव्स पहन रखा था. इसके अलावा किसी के पास फोन नहीं था और सभी एक दूसरे को एक नंबर, दो नंबर, तीन नंबर कहकर बात कर रहे थे.

शुरुआती जांच में पुलिस के हाथ खाली थे. घर से किसी तरह के फिंगर प्रिंट नहीं मिले थे और न ही कोई दूसरा सुराग हाथ लगा था. बड़े ही शातिर ढंग से की गई इस डकैती का पर्दाफाश तब हुआ, जब पुलिस को छानबीन के दौरान सीसीटीवी फुटेज से कुछ सबूत मिले.

इसके बाद कड़ी से कड़ी जुड़ती गई और पुलिस ने डकैती करने वाले छह लोगों को राजस्थान के जोधपुर से गिरफ्तार किया . उनके पास से डकैती किया गया कीमती सामान, वारदात में उपयोग हथियार भी बरामद किया है. 

कानपुर वेस्ट के डीजीपी विजय ढुल ने जानकारी देते हुए कहा कि डकैती डालने वाले 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपी युवा हैं. इनका पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है. अपने नाजायज खर्चों को पूरा करने के लिए फिल्मी स्टाइल में डकैती को अंजाम दिया था.

उन्होंने आगे कहा कि पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया था कि डकैती करने वालों में एक की चोटी थी और एक ने शेरवानी पहन रखी थी. पुलिस ने इन बातों को ध्यान में रखते हुए इलाके के कई सीसीटीवी खंगाले थे.

एक सीसीटीवी में 6 लोग वैन से आते दिखे थे. इनमें भी एक शेरवानी में था और एक की चोटी थी. इनका हुलिया पीड़ित द्वारा बताए डकैतों के हुलिए से मिल रहा था. जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि शेरवानी पहने युवक का यश है. चोटी वाले युवक का नाम टुनटुन है. इनके एक और साथी नाम सागर है.

डीजीपी विजय ढुल ने आगे बताया कि डकैती डालने के बाद यश अपने पांच साथियों के साथ वैन से फरार हो गया था. सभी राजस्थान के जोधपुर चले गए थे. पुलिस टीम को इनके जोधपुर में होने की सूचना मिली.

फिर सभी आरोपियों को कानपुर पुलिस ने वैन के साथ गिरफ्तार किया. पूछताछ में सभी ने कमलेश शर्मा के घर डकैती डालने की बात कबूल की. पुलिस को सागर नाम के आरोपी ने बताया कि कमलेश शर्मा का घर उसकी बुआ के घर के पास है.

उसे पता था कि कमलेश पैसे वाला व्यक्ति है. उसने यह बात अपने दोस्तों को भी बताई और सभी ने डकैती की योजना बनाई. उसी शाम 6.30 बजे डकैती डालने पहुंच थे. मगर, बुआ के घर के पास बहुत सारे लोग थे.  

इसके बाद हम सभी एक शादी में खाना खाने गए फिर वापस डकैती डालने आए. मौका पाकर सभी घर के अंदर घुसे और कीमती सामान लूटा. इसके बाद कमलेश शर्मा की पत्नी की हाथ की दो अंगुलियां काट दी, जिससे दहशत फैल जाए.