उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए गेमचेंजर होगा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट- बोले CM Yogi
CM Yogi ने कहा कि प्रदेश में 10 से 12 फरवरी तक होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए गेमचेंजर होगा। योगी ने कहा कि प्रदेश को दस खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनाने का एक बड़ा रास्ता बनेगा।
मुख्यमंत्री आवास पर सोमवार रात मोटे अनाज के भोज पर मीडिया से संवाद में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए यूपी का बजट जनता की अपेक्षा के अनुरूप होगा। बजट में प्रदेश सरकार की औद्योगिक विकास और निवेश नीतियों को भी जगह मिलेगी। CM Yogi ने कहा कि प्रदेश में 10 से 12 फरवरी तक होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए गेमचेंजर होगा। योगी ने कहा कि प्रदेश को दस खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनाने का एक बड़ा रास्ता बनेगा।
उन्होंने कहा कि यूपी के पास देश का सबसे बड़ा एमएसएमई की बेस है। 96 लाख यूनिट है। उन्होंने कहा कि दुनिया का हर बड़ा निवेशक और देश का हर बड़ा उद्यमी यूपी में निवेश करना चाहता है। इससे लाखों नौजवानों को यूपी में रोजगार करने का अवसर मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर, विशेष कार्याधिकारी संजीव सिंह, सलाहकार रहीस सिंह, अपर निदेशक अंशुमान राम त्रिपाठी मौजूद थे।
मुख्मंत्री योगी ने कहा कि जीएसआई के लिए देश-विदेश के निवेशकों में बड़ा उत्साह और आकर्षण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी की सबसे बड़ी ताकत उर्वरा भूमि और जल संसाधन हैं। उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर ग्रोथ को डबल डिजिट में पहुंचाने का माध्यम बनेगा समिट। 2017 में कृषि विकास की दर 6 प्रतिशत थी जो बढ़कर अब 8.5 तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि यूपी की दूसरी बड़ी ताकत कुशल और अकुशल श्रम शक्ति है। प्रदेश सरकार की अच्छी निवेश नीतियां, , लैंडबैंक है। बेहतरीन कानून व्यवस्था की स्थिति है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि निवेश करने से पहले निवेशक स्वयं एवं उनकी पूंजी की सुरक्षा, सरकार की स्थिरता, कानून व्यवस्था, लोगों के व्यवहार की पड़ताल करता है। उन्होंने कहा कि पहले इन मुद्दों पर नाकारात्मक धारणा थी। लेकिन अब निवेशकों के मन में अच्छी धारणा है। निवेशक को सुशासन और सुरक्षा व्यवस्था का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 75 जिलों में दस फरवरी को इन्वेस्टर्स समिट होगी। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले आर्थिक विकास की रिपोर्ट बताती है कि यूपी में केवल नोएडा, गाजियाबाद तक ही आर्थिक विकास का औसत देश के औसत के बराबर था। जबकि बुंदेलखंड और पूर्वांचल पिछड़ा हुआ था। मध्य यूपी लड़खड़ाता रहता था। उन्होंने कहा कि लेकिन ताजा रिपोर्ट बताती है कि पूर्वांचल और बुंदेलखंड भी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि यही स्थिति रही तो पांच साल बाद ये दोनों क्षेत्र पश्चिमी यूपी के समकक्ष होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयास है कि अब शामली और हापुड़, संतकबीर नगर, बलरामपुर और श्रावस्ती, महोबा, हमीरपुर में निवेश के प्रस्ताव मिले है।