गुजरात पुलिस का दावा- TMC के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने PM मोदी की मोरबी यात्रा में 30 करोड़ रुपये खर्च होने के फर्जी दस्‍तावेज बनाए, किया गिरफ्तार

साकेत गोखले ने अपने ट्वीट में मीडिया क्लिपिंग में गुजरात समाचार के फॉन्ट का इस्तेमाल करते हुए कहा कि यह एक आरटीआई का जवाब है, जिसमें कहा गया है कि 30 करोड़ खर्च किए गए हैं. पुलिस ने जब गुजरात समाचार से जांच की, तो उन्होंने आरटीआई दायर करने से इनकार कर दिया. गुजरात पुलिस ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले ने जाली दस्तावेजों में आरोप लगाया कि पुल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए.

गुजरात पुलिस का दावा- TMC के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने PM मोदी की मोरबी यात्रा में 30 करोड़ रुपये खर्च होने के फर्जी दस्‍तावेज बनाए, किया गिरफ्तार

तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और ममता बनर्जी के करीबी साकेत गोखले को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. टीएमसी प्रवक्ता की गिरफ्तारी की जानकारी उनकी पार्टी के ही नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने दी है.

टीएमसी सांसद ने ट्विटर पर कहा कि साकेत गोखले ने सोमवार को नई दिल्ली से जयपुर के लिए रात 9 बजे की फ्लाइट ली थी, जब वह जयपुर में उतरे तो गुजरात पुलिस राजस्थान एयरपोर्ट पर पहले से उनका इंतजार कर रही थी, जैसे ही साकेत जहाज से उतरे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.   

गुजरात पुलिस ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले ने पीएम मोदी की मोरबी यात्रा में 30 करोड़ रुपये खर्च होने के फर्जी दस्‍तावेज तैयार किए हैं. साकेत गोखले ने अपने ट्वीट में मीडिया क्लिपिंग में गुजरात समाचार के फॉन्ट का इस्तेमाल करते हुए कहा कि यह एक आरटीआई का जवाब है, जिसमें कहा गया है कि 30 करोड़ खर्च किए गए हैं.

पुलिस ने जब गुजरात समाचार से जांच की, तो उन्होंने आरटीआई दायर करने से इनकार कर दिया. गुजरात पुलिस ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले ने जाली दस्तावेजों में आरोप लगाया कि पुल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मोरबी यात्रा पर 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए.

साकेत गोखले को कल रात जयपुर से पीएम मोदी की यात्रा पर एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कहा गया था कि "आरटीआई से पता चला है कि पीएम की मोरबी यात्रा में 30 करोड़ रुपये खर्च हुए", इसे सरकार की तथ्य-जांच इकाई द्वारा "फर्जी" के रूप में चिह्नित किया गया था.

दरअसल, इस पूरे विवाद की जड़ टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले के वो आरोप हैं, जो उन्होंने पीएम मोदी पर लगाए थे. साकेत गोखले ने तब आरटीआई के हवाले से दावा किया था कि मोरबी यात्रा के दौरान दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत, इवेंट मैनेजमेंट और फोटोग्राफी के लिए 5.5 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. टीएमसी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि, जबकि इस हादसे में जान गंवाने वाले 135 लोगों के परिजनों को सरकार ने सिर्फ चार लाख का मुआवजा दिया, जो कुल पांच करोड़ होता है. साकेत गोखले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इवेंट मैनेजमेंट की कीमत 135 लोगों के परिजनों को दिए गए मुआवजे से ज्यादा थी.

टीएमसी प्रवक्ता साकेत गोखले के दावे को पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने खारिज करते हुए उसे फर्जी करार दिया था. पीआईबी फैक्ट चेक टीम की ओर से इस संबंध में बताया गया कि एक आरटीआई के हवाले से दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी की मोरबी यात्रा के दौरान 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए, ये दावा सरासर फर्जी है. पीआईबी की ओर से बताया गया कि ऐसे किसी भी आरटीआई का कोई जवाब नहीं दिया गया है. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरबी पुल हादसे के बाद दुर्घटनास्थल का दौरा और मृतकों के परिजनों से मुलाकात की थी. इस दौरान पीएम मोदी ने अस्पताल का दौरा भी किया और घायलों की हाल समाचार जाना. पीएम मोदी ने मोरबी पुल हादसे में जान गंवाने वाले 135 लोगों के प्रत्येक परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की थी.