जेल से छूटी हसीना का हनी ट्रैप, युवक ने लुटाई जायजाद- पहले शिकार ने की थी ख़ुदकुशी
कई महीने जेल में काटने के बाद आखिरकार यह जालसाज हसीना राहिला बेगम हाई कोर्ट से जमानत करवाने में सफल रही और जेल से रिहा हो गई. इसी बीच राहिला ने लखनऊ में रहने वाले एक और शख्स को अपने जाल में फंसाया. फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. एक बार फिर कथित हनी ट्रैप रैकेट सरगना राहिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस रैकेट के जाल कहां-कहां तक फैले हैं पुलिस इस बात का पता लगा रही है.
उत्तर प्रदेश में महिलाओं की जालसाजी और हनी ट्रैपिंग जैसे मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. बांदा भी ऐसे हनीट्रैप रैकेट के शिकंजे में दिखाई दे रहा है. कुछ महीनों पहले इसी हनीट्रैप का शिकार एक सर्राफा व्यवसायी ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी. उसने मरने से पहले अपने सुसाइड लेटर में एक बड़े रैकेट के राज से पर्दाफाश किया था. इस हनीट्रैप की मुखिया जालसाज सुंदरी राहिला बेगम को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था.
कई महीने जेल में काटने के बाद आखिरकार यह जालसाज हसीना राहिला बेगम हाई कोर्ट से जमानत करवाने में सफल रही और जेल से रिहा हो गई. इसी बीच राहिला ने लखनऊ में रहने वाले एक और शख्स को अपने जाल में फंसाया. फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. एक बार फिर कथित हनी ट्रैप रैकेट सरगना राहिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इस रैकेट के जाल कहां-कहां तक फैले हैं पुलिस इस बात का पता लगा रही है.
हनीट्रैप रैकेट की सरगना राहिला बेगम कुछ महीने पहले तब चर्चा में आई थी, जब इसके प्रेम जाल में फंसकर सर्राफा व्यवसायी शैलेश जड़िया अपना सब कुछ लुटाने के बाद मौत को गले लगा बैठा था. इसने शैलेश को कंगाल कर दिया था. उसे इस हद तक ब्लैकमेल किया कि उसने खुदकुशी कर ली.
बता दे पहले शिकार शहर कोतवाली अंतर्गत मढ़िया नाका मोहल्ले में सराफा व्यवसायी शैलेश जडिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. एक 5 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा था. इसमें जरैली कोठी निवासी राहिला बानो उम्र 34 साल निवासी जरैली कोठी और इसके कथित प्रेमी शादाब उम्र 29 साल निवासी ईद गाह रोड को मौत का जिम्मेदार बताया था.
इस पत्र में लिखा था कि इन दोनों ने मिलकर एक वीडियो के नाम पर 40- 50 लाख रुपए ऐंठ लिया था. इस सिलसिले में पुलिस ने कथित प्रेमी प्रेमिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. इस बीच दोनों को पुलिस ने दोनों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया था जहां से न्यायालय ने दोनों को जेल भेज दिया था.
कुछ दिन पहले ही उस मामले में इस शातिर को हाई कोर्ट से जमानत मिली है. इसके बाहर आते ही एक बार फिर हनी ट्रैप रैकेट बांदा में सरगर्म हो गया. इसके झांसे में फंसे लोगों की तादाद सामने आती जा रही है. ऐसा ही इसका एक शिकार लखनऊ के सआदतगंज निवासी इरशाद अहमद है. जिसका राहिला से फोन पर संपर्क हुआ था. धीरे-धीरे दोनों में नजदीकी बढ़ गई. ट्रैप में फंसे इरशाद अपनी पूरी जायदाद इस बहरूपिया राहिला पर लुटा बैठे.
कई साल बाद जब इरशाद को इस शातिर महिला की हकीकत पता चला, तो इससे पीछा छुड़ाना चाहा. लेकिन राहिला और उसके गुर्गों ने इरशाद को ब्लैकमेल करना और धमकाना शुरू कर दिया. अंत में पूरी तरह से बर्बाद इरशाद ने बांदा पुलिस की शरण ली. उसकी तहरीर, बैंक स्टेटमेंट और दूसरे प्रमाणों के आधार पर पुलिस ने एक बार फिर राहिला बेगम के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया. वहीं, शुक्रवार को उसे संकट मोचन मंदिर के सामने से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
इस मामले में अपर एसपी लक्ष्मी निवास मिश्र का कहना है कि आरोपी महिला कुछ दिन पूर्व ही जेल से छूट कर आई है. लखनऊ निवासी इरशाद की शिकायत पर उसे दोबारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस इसके पूरे रैकेट का पता लगाने में जुट गई है क्योंकि बांदा से बाहर भी इस रैकेट के तमाम शिकार हैं, जिनसे पर्दा उठना बाकी है.