यहां पर मेट्रो में बिना पैंट पहने चढ़ गईं महिलाएं, तस्वीरों ने उड़ाए होश, वजह जान कर हो जायँगे हैरान
यहां रविवार को ट्यूब और सबवे का अलग ही नजारा देखने को मिला. भारी संख्या में महिलाएं और पुरुष ट्यूब में बिना पैंट पहने नजर आए. लंदन में अंडरग्राउंड मेट्रो को ट्यूब कहा जाता है. लोगों ने जूते और बाकी कपड़े तो पहन रखे थे लेकिन पैंट नहीं.
ट्रेन में कभी न कभी आपने भी सफर किया होगा. ट्रेनों में विभिन्न संस्कृति और बोली बोलने वाले लोग मिलते हैं. अलग-अलग तरह के कपड़े पहने लोग भी ट्रेनों में देखने को मिल जाते हैं. लेकिन एक ऐसी घटना सामने आई है, जहां महिलाएं बिना पैंट पहने ही ट्रेनों में चढ़ गईं. हो सकता है आपको पढ़कर हैरानी हो. लेकिन यह सच है.
दरअसल मामला लंदन का है. यहां रविवार को ट्यूब और सबवे का अलग ही नजारा देखने को मिला. भारी संख्या में महिलाएं और पुरुष ट्यूब में बिना पैंट पहने नजर आए. लंदन में अंडरग्राउंड मेट्रो को ट्यूब कहा जाता है. लोगों ने जूते और बाकी कपड़े तो पहन रखे थे लेकिन पैंट नहीं. ये लोग नो ट्राउजर्स डे मना कर रहे थे. ये लगातार 12वां साल था, जब ट्यूब में नो ट्राउजर्स इवेंट मनाया गया. लंदन में ये कार्यक्रम स्टिफ अपर लिप सोसाइटी ने आयोजित कराया था. इसकी शुरुआत 2002 में न्यूयॉर्क में हुई थी. इसके बाद दुनिया के बाकी हिस्सों में भी इसको सेलिब्रेट किया जाने लगा.
हैरानी की बात है कि इस आयोजन का कोई खास मकसद नहीं था. ये सिर्फ मौज-मस्ती के लिए किया गया था. इसमें ट्रेन में सफर करते वक्त ट्राउजर यानी पैंट नहीं पहननी होती. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें भाग लेने वालों को ऐसा दिखाना होता है, जैसे वे अपनी पैंट घर भूल आए हों. सोशल मीडिया पर इस इवेंट को लेकर अलग-अलग तरह के रिएक्शन आ रहे हैं. एक यूजर ने लिखा- मुझे बर्लिन याद आ गया. वहां पहली बार मुझे ऐसा नजारा दिखा था. हड्डियां जमा देने वाली ठंड में लोगों ने सिर्फ अंडरवियर पहने हुए थे.
सोशल मीडिया पर 'नो ट्राउजर्स डे' की तस्वीरें नजर आ रही हैं. कमेंट्स करने वालों की तो बाढ़ आ गई है. एक यूजर ने लिखा कि कोरोना काल में लोग अंडरवियर और हाफपैंट पहनकर जूम कॉल्स में शामिल हुए थे. मुझे इल्म नहीं था कि ऐसा भी कुछ होगा. वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि नो ट्राउजर डे जैसा भी कुछ होता है ये आज मालूम चला.