यूपी, मप्र समेत इन राज्यों के लिए गृह मंत्रालय का अलर्ट, कांवड़ यात्रा पर कट्टरपंथियों के हमले का खतरा

यूपी समेत देश के अनेक राज्यों में बड़े पैमाने पर कांवड़ यात्राएं निकाली जाती हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों से कहा है कि वे कांवड़ियों की सुरक्षा बढ़ाने के तत्काल इंतजाम करें।

यूपी, मप्र समेत इन राज्यों के लिए गृह मंत्रालय का अलर्ट, कांवड़ यात्रा पर कट्टरपंथियों के हमले का खतरा

कांवड़ यात्रा की गुरुवार से शुरुआत हो गई है। सावन की शुरुआत के साथ ही भोले के भक्त कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं। लेकिन कांवड़ यात्रा से पहले गृह मंत्रालय की ओर से राज्य सरकार को एडवायजरी जारी की गई है और कहा गया है कि कांवड़ यात्रा की सुरक्षा को बढ़ा दिया जाए क्योंकि कांवड़ यात्रा पर कुछ कट्टरपंथियों हमला कर सकते हैं। सावन लगते ही गुरुवार से देश की पवित्र नदियों से शिव मंदिरों में जल अर्पित करने के लिए कांवड़ यात्रियों के जत्थे रवाना हो गए हैं। यूपी समेत देश के अनेक राज्यों में बड़े पैमाने पर ये यात्राएं निकाली जाती हैं।  केंद्रीय गृह मंत्रालय कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों से कहा है कि वे कांवड़ियों की सुरक्षा बढ़ाने के तत्काल इंतजाम करें।  

खुफिया विभाग के इनपुट की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने यह एडवायजरी कई राज्यों को जारी की है। यह एडवायजरी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश के लिए जारी की गई है और कहा गया है कि कांवड़ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया जाए। गृह मंत्रालय ने रेलवे बोर्ड को भी कांवड़ यात्रियों पर  हमले के खतरे को देखते हुए ट्रेनों की सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए हैं। एडवाइजरी के मुताबिक कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाना चाहिए। 

बता दें कि सावन माह की शुरुआत के पहले ही दिन से कांवड़ यात्रा की शुरुआत होती है। कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान शिव के भक्तों की कांवड़ यात्रा की शुरुआत हुई और कांवड़िए हरिद्वार गंगा का जल लेने के लिए पहुंचे। कोरोना महामारी के कारण बीते दो साल बाद इस साल कांवड़ यात्रा निकाली जा रही है। करीब एक माह चलने वाले मेले के दौरान कम से कम चार करोड़ कांवड़िये हरिद्वार और पड़ोसी ऋषिकेश में पवित्र गंगा नदी का पानी लेने पहुंचेंगे।

सावन माह में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान समेत कई राज्यों के कांवड़िये पैदल गंगाजल लेने हरिद्वार और ऋषिकेश जाते हैं और अपने घर लौटकर मंदिरों में भगवान शिव को चढ़ाते हैं। इसलिए इन दोनों शहरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की आशंका को देखते हुए सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन और सोशल मीडिया पर सतत निगरानी रखी जा रही है। बॉम्ब डिस्पोजल टीम, एंटी टेररिस्ट स्क्वॉट को मेला क्षेत्र में तैनात किया गया है। हरिद्वार और आसपास के इळाकों को 12 सुपर जोन, 31 जोन, 133 सेक्टर में बांटा गया है और यहां 10 हजार जवानों को तैनात किया गया है।