कैसे मारा गया अल जवाहिरी, बाइडन-CIA की सीक्रेट मीटिंग में ऐसे बना था खात्मे का प्लान, बाइडेन बोले-न्याय हो गया

अल-जवाहिरी की मौत की पुष्टि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने की है। उन्होंने कहा 'न्याय हो गया' '। वीडियो संदेश में बाइडन ने कहा कि उनके निर्देश पर अफगानिस्तान के काबुल में हवाई हमला किया गया। इसमें अलकायदा का प्रमुख अयमान अल जवाहिरी मारा गया।

कैसे मारा गया अल जवाहिरी, बाइडन-CIA की सीक्रेट मीटिंग में ऐसे बना था खात्मे का प्लान, बाइडेन बोले-न्याय हो गया

अमेरिकी सेना ने काबुल में ड्रोन हमला कर वैश्विक आतंकी संगठन अलकायदा के शीर्ष नेता अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया। जवाहिरी ने अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के साथ मिलकर अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 को भयावह आतंकी हमले (9/11) की साजिश रची थी। अमेरिका ने ओसामा को 2011 में पाकिस्तान में मार गिराया था। जवाहिरी की मौत की राष्ट्रपति जो बाइडन ने पुष्टि की। उन्होंने कहा 'न्याय हो गया' '। वीडियो संदेश में बाइडन ने कहा कि उनके निर्देश पर अफगानिस्तान के काबुल में हवाई हमला किया गया। इसमें अलकायदा का प्रमुख अयमान अल जवाहिरी मारा गया। जवाहिरी भी ओसामा की तरह एक घर में छिपा बैठा था। ओसामा को अमेरिका के विशेष सैन्य कमांडो ने पाकिस्तान के एक मकान में मार गिराया था। 

आतंकी सरगना अल-जवाहिरी की मौत अलकायदा के लिए ओसामा-बिन-लादेन के बाद दूसरा सबसे बड़ा झटका है। अमेरिका ने जिस तरह से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। ठीक ऐसे ही अमेरिका ने ओसामा-बिन-लादेन को भी पाकिस्तान में मार गिराया था। अल-जवाहिरी की मौत की पुष्टि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने की है। इस मिशन की सबसे खास बात यह है कि अमेरिका ने बिना किसी धमाके या किसी को नुकसान पहुंचाए बिना ही अल-जवाहिरी को मौत की नींद सुला दिया। 

एक नजर कैसे हुआ ये ऑपरेशन -

अमेरिका को शक था कि जवाहिरी या तो पाकिस्तान के कबायली इलाके या फिर अफगानिस्तान में छिपा हुआ है। पिछले कई सालों से अमेरिकी सरकार को एक ऐसे आतंकी नेटवर्क के बारे में जानकारी मिल रही थी, जिसका समर्थन अल-जवाहिरी कर रहा था। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अमेरिकी खुफिया एजेंसी को काबुल में अलकायदा की उपस्थिति के संकेत व सबूत मिल रहे थे।

इसी साल अमेरिकी अधिकारियों को पता चला कि जवाहिरी की पत्नी व बच्चे काबुल स्थित एक घर में रहते हैं। इसी जगह पर जवाहिरी के होने की पहचान की   गई। अगले कुछ महीनों में सुरक्षा अधिकारियों ने इस बात को और पक्का किया कि पहचान किया जाने वाला शख्स अलकायदा चीफ अल-जवाहिरी ही है। 

इसके बाद अप्रैल से वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को इस पूरे मामले की ब्रीफिंग शुरू कर दी गई। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी जानकारी दी। सीआईए ने जवाहिरी के घर के बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दी। घर कैसे बना है। वहां पर आने-जाने के कितने रास्ते हैं। इसकी विस्तृत जानकारी इकट्ठा की गई। जिससे मिशन को अंजाम देते वक्त जवाहिरी के परिवार व अन्य नागरिकों को कोई नुकसान न पहुंचे। 

राष्ट्रपति जो बाइडन ने कैबिनेट सदस्यों के साथ बैठक की और पूरे मिशन के बारे में जानकारी दी। 1 जुलाई को सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम में जो बाइडन व अन्य कैबिनेट सदस्यों को प्रस्तावित ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी। इस दौरान बाइडन ने मिशन के बारे में, उसकी सफलता, ऑपरेशन को अंजाम देने के तरीके के बारे में जानकारी ली। इस दौरान अल-जवाहिरी के घर का मॉडल भी बाइडन को दिखाया गया।     इसके बाद कानूनी स्तर पर भी इस मिशन के बारे में जानकारी ली गई और वरिष्ठ वकीलों को खुफिया रिपोर्ट की जानकारी दी गई। 25 जुलाई को इस मिशन को अंजाम देने के लिए अंतिम बैठक हुई। इसमें राष्ट्रपति जो बाइडन ने सटीक ड्रोन हमले(जिसमें नागरिकों को कम से कम नुकसान हो) की अनुमति दी। 31 जुलाई, रविवार को सीआईए को अल-जवाहिरी घर की बालकनी में दिखा। इसके बाद ड्रोन से हमला कर उसे मार गिराया गया।