पति बोला- सर बीवी कभी टीवी तो कभी मोबाइल मांगती थी, इसलिए ख़तम कर दिया - हुई थी लव मैरिज

हरियाणा में गुरुग्राम के दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे स्थित इफको चौक पर सोमवार को लावारिस सूटकेस में महिला की लाश मिली थी। शव को देखकर पता चला कि महिला की काफी बर्बरता से हत्या की गई थी। राहुल ने शुरुआती पूछताछ में ही वारदात का खुलासा कर दिया। उसने बताया कि “सर बीवी कभी टीवी तो कभी मोबाइल फोन की डिमांड करती थी। जबकि मेरी सैलरी 12 हजार रुपये है। ऐसे में उसकी डिमांड कैसे और कब तक पूरी करता, इसलिए मार दिया।

पति बोला- सर बीवी कभी टीवी तो कभी मोबाइल मांगती थी, इसलिए ख़तम कर दिया - हुई थी लव मैरिज

जिसके साथ कभी सब कुछ छोड़ कर साथ रहने चली आई उसको ही जरूरते पूरी ना  कर पाने पर पति ने दी रूह कंपा देने वाली मौत. यह खौफनाक खबर हरियाँ के दिल्ली से सटे गुरुग्राम से आयी है.  हरियाणा में गुरुग्राम के दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे स्थित इफको चौक पर सोमवार को लावारिस सूटकेस में महिला की लाश मिली थी। शव को देखकर पता चला कि महिला की काफी बर्बरता से हत्या की गई थी। अब जाकर महिला के शव की शिनाख्त हो गई है और साथ ही हत्यारे का भी पता चल गया है।

मृतका का नाम प्रियंका था और वह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर की रहने वाली थी। गुरुग्राम के सहरौल गांव में पति और बच्चे के साथ वह किराए पर रहती थी। प्रियंका को ऐसी दर्दनाक मौत देने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका ही पति राहुल था। राहुल ने ही हत्या कर शव सूटकेस में भरकर फेंक दिया था। पुलिस ने मंगलवार देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद उसे अदालत में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

बता दें कि सोमवार करीब चार बजे एक्सप्रेस-वे से गुजर रहे आटो चालक ने संदिग्ध सूटकेस देखकर पुलिस को सूचना दी थी। सूटकेस खोलते पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए थे। उसके अंदर 25 साल की युवती का शव निवस्त्र हालत में ठूस कर भरा गया था। वह सूटकेस में भरी नहीं जा रही थी इसलिए उसके हाथ पैर तोड़ दिए। पहचान छिपाने के लिए उसका चेहरा भी विकृत कर दिया गया था। मंगलवार को शव की पहचान करने के लिए गुरुग्राम पुलिस ने दिल्ली पुलिस के साथ-साथ एनसीआर के सभी जिला की पुलिस से संपर्क किया था।

महिला के शरीर पर कई जगह जलने के निशान भी पाये गए थे। मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच सत्रह की टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच आगे बढ़ाई और प्रियंका के पति राहुल तक पहुंची। उसे मंगलवार देर रात पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले उसने बरगलाने का प्रयास किया पर पड़ोसी ने पुष्टि की और उसे सूटकेस के साथ देखा था जिसके बाद राहुल ने जुर्म कबूल लिया।

गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, महिला का नाम प्रियंका है। वहीं, हत्यारोपित राहुल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिला के बांदी गांव का रहने वाला है। वह गुरुग्राम के सिरहौल में किराये के मकान में पत्नी प्रियंका तथा एक साल के बच्चे के साथ रह रहा था। राहुल ने शुरुआती पूछताछ में ही वारदात का खुलासा कर दिया। उसने बताया कि “सर बीवी कभी टीवी तो कभी मोबाइल फोन की डिमांड करती थी। जबकि मेरी सैलरी 12 हजार रुपये है। ऐसे में उसकी डिमांड कैसे और कब तक पूरी करता, इसलिए मार दिया।

सबसे अजीब बात तो यह है कि हत्या के बाद सुनील सूटकेस में बंद बीवी के शव को दिन दहाड़े घसीटता ले जा रहा था लेकिन किसी को शक तक नहीं हुआ। बता दें कि हत्यारोपी सुनील और मृतका प्रियंका का डेढ़ साल पहले प्रेम विवाह हुआ था। पुलिस के मुताबिक, राहुल और प्रियंका (21) दोनों काफी पुराने परिचित थे। आपस में दोनों के बीच प्यार हुआ और फिर दोनों ने भागकर लव-मैरिज कर ली। इसके बाद दोनों के एक लड़की हुई। लड़की की उम्र करीब 1 साल है। राहुल गुरुग्राम में ही एक प्राइवेट कंपनी में हैल्पर की जॉब करता था। कुछ दिन से दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था।

गुरुग्राम पुलिस के क्राइम एसीपी प्रीतपाल ने बताया कि आरोपी राहुल ने पुलिस को बताया कि 16 अक्टूबर की रात दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। उसने प्रियंका की गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद बाजार से एक बड़ा सूटकेस खरीदा और महिला की लाश से सारे कपड़े उतारने के बाद उसके हाथ पर बने पति के नाम के टैटू को चाकू से गोद दिया, जिससे उसकी पहचान ना हो सके।

17 अक्टूबर को इफको चौक तक जाने के लिए किराये पर ई-रिक्शा की थी, जिसमें वह सूटकेस रखकर पहुंचा। बाद में वह बैग को झाड़ियों के पास लेकर पहुंचा और फिर मौका मिलते ही बैग को फैंककर फरार हो गया। राहुल ने अपने गुनाह और सबूत दोनों को छुपाने की भरसक कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे ढूंढ निकाला और उसे देर रात उसके कमरे से ही गिरफ्तार कर लिया।

सूचना के बाद एफएसएल और क्राइम टीम ने जांच शुरू कर दी थी और शिनाख्त होने पर महिला के पति को हिरासत में लिया था। डीसीपी वेस्ट दीपक सहारण ने कहा, ‘युवती की हत्या किसी अन्य स्थान पर की गई थी और सबूत मिटाने की नीयत से शव को सूटकेस में बंद कर इफको चौक के पास झाड़ियों में फेंका था।