अगर आपका खाता SBI-HDFC-ICICI बैंक में है, तो काम की खबर- जल्द ही मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की झंझट खत्म
ने वाले समय में सब कुछ सही रहा तो खाते में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होगी. विभिन्न बैंकों के सेविंग और करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की लिमिट अलग-अलग होती है.
अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी या आईसीआईसीआई बैंक के अकाउंट होल्डर हैं, तो ये खबर आप के लिए बहुत काम की है. बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं कर पाने पर आपको कभी पेनाल्टी देनी पड़ी है क्या? शायद आपके पास इसका जवाब हां में हो. अगर ऐसा है तो आने वाले समय में सब कुछ सही रहा तो खाते में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होगी. विभिन्न बैंकों के सेविंग और करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की लिमिट अलग-अलग होती है. पिछले दिनों केंद्र की तरफ जन-धन खाते खोलने की मुहिम के दौरान कोशिश हुई कि देश के हर नागरिक का बैंक अकाउंट हो. जन-धन अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखने की किसी तरह की बाध्यता नहीं होती.
अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने को लेकर वित्त राज्यमंत्री भगवंत किशनराव कराड ने अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बैंकों के निदेशक मंडल मिनिमम बैलेंस नहीं रखने वालों खातों पर जुर्माना खत्म करने का फैसला ले सकते हैं. कराड ने एक सवाल के जवाब में कहा-बैंक स्वतंत्र निकाय होते हैं. उनका निदेशक मंडल जुर्माना खत्म करने का फैसला ले सकता है.
आपको बता दें मीडिया ने राज्यमंत्री कराड से मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने को लेकर सवाल किया था. उनसे पूछा था कि क्या केंद्र बैंकों को इस बारे में निर्देश देने पर विचार कर रहा है कि जिन खातों में जमा राशि न्यूनतम निर्धारित स्तर से नीचे चली जाती है उन पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाए.
बता दे औम तौर पर बैंकों द्वारा कस्टमर्स को खाता खोलने पर कुछ सुविधाएं व सर्विसस दी जाती हैं. इन सर्विसेस का इस्तेमाल करने के लिए बैंक द्वारा कुछ नियम या शर्तें भी तय की जाती हैं. मिनिमम बैलेंस ऐसा ही एक नियम है. हर बैंक अपने हिसाब से मिनिमम बैलेंस की राशि तय करता है. इसी के चलते हर बैंक की मिनिमम बैलेंस की राशि अलग-अलग होती है. एसबीआई, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक द्वारा मिनिमम बैलेंस की राशि तय की गई थी