वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी विपक्ष पर बरसे बोले- लोकतंत्र के नाम पर पहले गिने-चुने लोगों के हित साधे जाते थे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला. वहीं बीजेपी सरकार में हुए विकास पर चर्चा की. उन्होंने दोनों राज्यों में 19 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ के शहर रायपुर में थे. इसके बाद वह गोरखपुर और फिर वाराणसी गए. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला. वहीं बीजेपी सरकार में हुए विकास पर चर्चा की. उन्होंने दोनों राज्यों में 19 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया.
रायपुर में उन्होंने कांग्रेस पर छत्तीसगढ़ को लूटने, जनता से वादाखिलाफी का आरोप लगाया. इसके बाद वह गोरखपुर में गीता प्रेस के शताब्दी समापन समारोह शामिल हुए. यहां उन्होंने पहली बार आर्ट पेपर पर प्रकाशित चित्रमय शिवपुराण व नेपाली में प्रकाशित शिव महापुराण का विमोचन किया.
इसके बाद उन्होंने कहा कि गीता प्रेस सिर्फ एक संस्था नहीं बल्कि एक जीवंत आस्था है. इसके बाद पीएम वाराणसी पहुंचे. उन्होंने यहां वाजिदपुर में जनता को संबोधित किया. साथ ही 12 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. वह 8 जुलाई को भी वाराणसी में रहेंगे. जानते हैं कि पीएम के इन तीन शहरों में दिए भाषण के महत्वपूर्ण अंश.
रायपुर में बोले... कांग्रेस ही खा सकती है गंगाजी की झूठी कसम
छत्तीसगढ़ के विकास के सामने एक बहुत बड़ा पंजा दीवार बनकर खड़ा हो गया है. ये कांग्रेस का पंजा है, जो आपसे आपका हक छीन रहा है. इस पंजे ने ठान लिया है कि वह छत्तीसगढ़ को लूट-लूट कर बर्बाद कर देगा.
छत्तीसगढ़ केवासियों आपको याद रखा होगा कि कांग्रेस पार्टी के लिए छत्तीसगढ़ एक एटीएम की तरह है. अब आप समझ पाएंगे कि आखिरकार तीन-चार सालों में जो चुनाव देश में हुए उसमें कांग्रेस अपने छत्तीसगढ़ के नेताओं को क्यों जिम्मेदारी देता था.
गोरखपुर में बोले... गीता प्रेस करोड़ों लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं
इस बार का मेरा गोरखपुर का दौरा विकास भी-विरासत भी की नीति का अद्भुत उदाहरण है. गीता प्रेस के इस कार्यक्रम के बाद मैं गोरखपुर रेलवे स्टेशन जाऊंगा. आज से ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण का काम भी शुरू होने जा रहा है.
गीता प्रेस विश्व का ऐसा एकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ एक संस्था नहीं बल्कि एक जीवंत आस्था है. गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों लोगों के लिए किसी मंदिर से जरा भी कम नहीं है. इसके नाम में भी और काम में भी गीता है और जहां गीता है, वहां साक्षात कृष्ण है. जहां कृष्ण है वहां करुणा भी है, कर्म भी है. वहां ज्ञान का बोध भी है और विज्ञान का शोध भी है.
वाराणसी में बोले... हमने एक परिवार, एक पीढ़ी के लिए नहीं बनाईं योजनाएं
सावन के महीने की शुरुआत हो, बाबा विश्वनाथ और मां गंगा का आशीर्वाद हो और बनारस के लोगों का साथ हो, तो फिर जीवन बिल्कुल धन्य हो जाता है. अब जे भी बनारस आई, त खुश हो के ही जाई... आज पूरी दुनिया में आपकी और काशी की वाहवाही हो रही है. मुझे पता है कि काशी के लोग सब संभाल लेंगे. आप लोगों ने काशी विश्वनाथ धाम और पूरे परिसर को भी इतना भव्य बना दिया है कि जो यहां आ रहा है, वो गदगद होकर जा रहा है. यह बाबा की कृपा है.
जिन दलों ने अतीत में भ्रष्ट और नाकाम सरकारें चलाईं, वे आज लाभार्थी का नाम सुनकर तिलमिला जाते हैं. आजादी के इतने साल बाद लोकतंत्र का लाभ अब सही मायने में, सही लोगों तक पहुंचा है. वरना पहले लोकतंत्र के नाम पर गिने-चुने लोगों के हित साधे जाते थे, गरीबों की कोई पूछ नहीं थी.
आज कमीशन लेने वालों की दुकान बंद, दलाली खाने वालों की दुकान बंद, घोटाले करने वालों की दुकान बंद... यानी अब ना ही कोई भेदभाव और ना ही कोई भ्रष्टाचार. पहले बैंक तक पहुंच भी सिर्फ अमीर लोगों तक ही होती थी. गरीबों के लिए तो ये माना जाता था कि पैसा ही नहीं है तो बैंक खाते का क्या करेंगे. बीते 9 सालें में इस सोच को भी भाजपा सरकार ने बदल दिया है.