तीन करोड़ में किडनी बेचने के लालच में लड़की ने गवाए 16 लाख, साइबर फ्रॉड की बनी शिकार
साइबर क्रिमिनल्स ने छात्रा से 16 लाख रुपये लूट लिए. इस नर्सिंग की छात्रा ने अपने पिता के खाते से 2 लाख रुपये निकाल लिए थे, जिसको चुकाने के लिए उसने अपनी किडनी बेचने के बारे में सोचा लेकिन हुआ इसका उलटा.
हैदराबाद से नर्सिंग स्टूडेंट के साथ ठगी का एक हैरान करने वाला मामले सामने आया है. यहां साइबर क्रिमिनल्स ने छात्रा से 16 लाख रुपये लूट लिए. इस नर्सिंग की छात्रा ने अपने पिता के खाते से 2 लाख रुपये निकाल लिए थे, जिसको चुकाने के लिए उसने अपनी किडनी बेचने के बारे में सोचा लेकिन हुआ इसका उलटा.
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रा हाल ही में नर्सिंग कोर्स करने के लिए हैदराबाद गई थी. फिर, उसने अपने पिता के UPI अकाउंट के जरिए वॉच, ड्रेस और भी दूसरे आइटम ऑनलाइन ऑर्डर किए.
जिले के फिरंगीपुरम की इंटर की छात्रा पीड़िता हैदराबाद में नर्सिंग की पढ़ाई करती है. उसके पिता ने उसे अपना मोबाइल ऑनलाइन क्लास के लिए दिया था. छात्रा ने पिता को बिना बताए मोबाइल के जरिए कपड़े और घड़ियां खरीदने के लिए 80 हजार रुपये खर्च किए. इसके बाद उसने सोचा कि इससे पहले कि उसके पिता को इसके बार में पता चले, पैसे को खाते में वापस जमा कर दिया जाए. उसने अपने पिता के UPI अकाउंट के जरिए और भी दूसरे आइटम ऑनलाइन ऑर्डर किए. इसके बाद छात्रा ने ये पैसे पिता के नोटिस में आने से पहले ही वापस डिपॉजिट करने के बारे में सोचा. लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे इसलिए उसने किडनी बेचकर पैसा कमाने का एक ऑनलाइन तरीका खोजा निकाला.
दर्ज शिकायत के मुताबिक, छात्रा को ऑनलाइन एक एडवरटाइजमेंट नजर आया, जिसमें लिखा था कि किडनी की अर्जेंट जरूरत है और डोनर को 7 करोड़ रुपये दिया जाएंगे. इस पर छात्रा ने डॉ प्रवीण राज नाम से शख्स से संपर्क किया. इस शख्स ने छात्रा से कहा कि उसे शुरुआत में 3.5 करोड़ रुपये दिए जाएंगे और बाकी का पैसा बाद में दिया जाएगा.
इतना ही नहीं आरोपी ने छात्रा से उसकी मेडिकल रिपोर्ट भी मांगा और बताया कि वह किडनी देने के लिए एलिजिबल है. इसके बाद ठगी का असली खेल शुरू हुआ. ठग ने छात्रा से टैक्स और पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर 16 लाख रुपये मांगे और छात्रा ने ये रकम दे दी. लेकिन, जब छात्रा ने अपना पैसा मांगा तो आरोपी ने छात्रा से पैसे लेने के लिए दिल्ली जाने को कहा. जब, छात्रा वहां पहुंची तो पाया कि एड्रेस फर्जी है.
दरअसल, छात्रा ने 16 लाख रुपये अपने पिता के अकाउंट से निकाले थे. छात्रा के पिता ने बताया कि उन्होंने अपना एक ATM बेटी को दिया हुआ था. इससे कैश नवंबर में निकाला गया था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पिता ने अपनी बेटी को घर आने के लिए कहा था, लेकिन वो हॉस्टल से कहीं और चली गई थी. इस पर पिता ने पुलिस केस दर्ज कराया. पुलिस ने तलाश शुरू की तो छात्रा आंध्र प्रदेश के एनटीआर जिले में जग्गय्यपेटा में अपनी एक दोस्त के घर पर मिली.