Independence Day: PM Modi का सम्बोधन, भ्रष्टाचार को बताया देश की सबसे बड़ी समस्या
भ्रष्टाचार व भाई भतीजावाद, परिवार वादी राजनीति के खिलाफ लड़ाई और देश की राजनीति व संस्थाओं के शुद्धि के लिए पीएम ने इस पर निर्णायक प्रहार के संकेत दिए। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार गंदगी की तरह है। यह देश को खोखला कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नौवीं बार देश को लाल किले से संबोधित किया। 76वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने लाल किले से झंडा फहराया और 83 मिनट तक देश को संबोधित किया। इससे पहले 2021 के स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री 88 मिनट बोले थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम दिए संबोधन में कहा कि देश के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं, जिनमें पहली चुनौती भ्रष्टाचार और दूसरी चुनौती भाई-भतीजावाद, परिवारवाद है। पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग पिछली सरकारों में देश को लूटकर भाग गए, उनकी संपत्तियां जब्त करके वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही कहा कि हमारी कोशिश है कि जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें लौटाना पड़े वो स्थिति हम पैदा कर रहे हैं। हम भ्रष्टाचार के खिलाफ एक निर्णायक कालखंड में कदम रख रहे हैं।
भ्रष्टाचार व भाई भतीजावाद, परिवार वादी राजनीति के खिलाफ लड़ाई और देश की राजनीति व संस्थाओं के शुद्धि के लिए पीएम ने इस पर निर्णायक प्रहार के संकेत दिए। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार गंदगी की तरह है। यह देश को खोखला कर रहा है। इसे साफ करना होगा। जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें लौटाना होगा। उन्होंने भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए देश की जनता से शक्ति मांगी। पीएम ने कहा कि परिवारवाद और भाई भतीजावाद का खात्मा करना होगा। इससे भ्रष्टाचार बढ़ता है। भ्रष्टाचार देश को मंजूर नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं भाई भतीजावाद, परिवारवाद की बात करता हूं तो लोगों को लगता है मैं सिर्फ राजनीतिक क्षेत्र की बात कर रहा हूं। दुर्भाग्य से राजनीति की इस बुराई ने हिन्दुस्तान की सभी संस्थाओं में परिवारवाद को पोषित कर दिया है। इससे मेरे देश की प्रतिभा को नुकसान होता है।
लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने आज भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए आपका साथ चाहिए। आपसे भ्रष्टाचार से लड़ने की शक्ति चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन्होंने देश को लूटा, उन्हें लौटाना होगा। बैंक लूटनेवालों की संपत्ति जब्त हो रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने देखा है कि कभी कभी हमारी प्रतिभा भाषा के बंधनों में बंध जाती है। ये गुलामी की मानसिकता का परिणाम है। हमें हमारे देश की हर भाषा पर गर्व होना चाहिए।