जयशंकर ने चीन-पाक को दिया सख्त संदेश बोले- भारत की जवाबी प्रतिक्रिया ने दर्शाया, देश किसी के दबाव में नहीं आएगा
जयशंकर ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद और चीन के साथ सीमा पार आक्रामक झड़पों पर भारत की जवाबी प्रतिक्रिया ने प्रदर्शित किया है कि देश किसी के दबाव में नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि देश अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव कदम उठाएगा।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक बार फिर चीन पर निशाना साधा। उन्होंने दो टूक कहा कि चीन उत्तरी सीमाओं पर बड़े पैमाने पर बलों को लाकर हमारी सीमाओं का उल्लंघन कर रहा है। वह यथास्थिति को बदलने का प्रयास कर रहा है। कोरोना के बावजूद हमारी जवाबी प्रतिक्रिया मजबूत और दृढ़ थी। हजारों की संख्या में तैनात हमारे सैनिकों ने दुर्गम इलाकों में हमारी सीमाओं की रक्षा की और वे आज भी पूरी तत्परता के साथ सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं।
जयशंकर ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद और चीन के साथ सीमा पार आक्रामक झड़पों पर भारत की जवाबी प्रतिक्रिया ने प्रदर्शित किया है कि देश किसी के दबाव में नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि देश अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। जयशंकर ने 2019 की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि पुलवामा आतंकवादी हमले के जवाब में वायु सेना द्वारा किए गए बालाकोट हवाई हमलों के जरिए बहुत जरूरी संदेश दिया गया था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर 1947 में देश का विभाजन नहीं हुआ होता तो भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश होता। तब चीन हमेशा पीछे होता। आपको आश्चर्य हो सकता है कि विदेश मंत्री इन सब के बारे में क्यों बात कर रहे हैं। मेरी विदेश यात्रा के दौरान मैंने कई विकसित देशों को दिए गए हमारे कोरोना टीकों और हमारे प्रौद्योगिकी-सक्षम शासन के बारे में प्रशंसा सुनी है।
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय खुशहाली के कई पहलू हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा निस्संदेह बुनियादी आधार है। इस संबंध में सभी देशों की परख की जाती है, लेकिन हमारे सामने उग्रवाद से लेकर सीमा पार आतंकवाद तक कई समस्याएं थीं। बालाकोट के हवाई हमलों ने बहुत जरूरी संदेश दिया है।''
जयशंकर ने कहा, ‘‘भारत एक ऐसा देश है, जो किसी के दबाव में नहीं आएगा और यह अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ करेगा।''