शारीरिक कमजोरी दूर करता है जामुन का बीज, BP Sugar करता कंट्रोल, जानिए इसके क्या क्या है फायदे
जामुन में मौजूद कार्बोहाइड्रेट ,फाइबर कैल्शियम,आयरन और पोटेशियम शुगर लेवल को कंर्टोल करने के साथ-साथ मर्दों की कमजोरी को भी दूर करता है। जामुन के बीज में फ्लेवोनोइड और फेनोलिक यौगिक भी होते हैं, जो बेहद शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। यह शरीर से हानिकारक मुक्त कणों को दूर रखने में मदद करते हैं। स्वस्थ रहने के लिए अपने आहार में जामुन के बीजों को जरूर शामिल करें।
क्या आप थकान ज्यादा महसूस करते है और अगर दिनभर काम के बोझ को झेलकर घर लौटते समय थके थके से रहते हैं। और इसकी वजह से आपकी शादीशुदा जिंदगी भी ठीक नहीं चल पा रही हैं तो यह लेख आपके काम का है। हम अक्सर जामुन खाकर इसकी गुठली फेंक देते हैं। आज हम आपको इस गुठली की जिस खूबी के बारे में बता रहे हैं, उसे जानकर आप इसकी गुठलियों की कीमत जान जाएंगे। जी हां, जामुन की गुठलियों का पाउडर बनाइए और इसे नियमित खाइए। इससे आपकी कई बीमारियां दूर होंगी।
जामुन के फल को गर्मियों में लोग काफी चाव से खाते हैं. इसमें मौजूद फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम,आयरन और पोटेशियम हमारे लिए फायदेमंद है. लेकिन जामुन से कहीं ज्यादा इसकी गुठलियां हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं. गुठलियों से बना पाउडर नियमित खाने से कई बीमारियों में राहत मिलती है. जामुन के बीज में फ्लेवोनोइड और फेनोलिक यौगिक पाये जाते हैं, जो एंटीऑक्सिडेंट हैं. इनसे हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है. कोरोना महामारी के दौरान इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जामुन के बीज से बना पाउडर खाना काफी फायदेमंद होता है. इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट ,फाइबर कैल्शियम,आयरन और पोटेशियम शुगर लेवल को कंर्टोल करने के साथ-साथ मर्दों की कमजोरी को भी दूर करता है।
जामुन की गुठलियों का सेवन यदि चूर्ण के रूप में करें तो कई बीमारियों में फायदे मिलेंगे। इससे डायबिटीज से लेकर मोटापा तक कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
शुगर को करता है कण्ट्रोल
जामुन रक्त शर्करा के स्तर को बैलेंस करने की क्षमता के लिए जाना जाता है। जामुन के बीजों में जाम्बोलिन और जाम्बोसिन नामक यौगिक होते हैं, जो रक्त में शर्करा की दर को कम करते हैं। जामुन के बीज इंसुलिन के उत्पादन को भी बढ़ाते हैं। विशेषज्ञों ने कई अलग-अलग अध्ययनों में इस बात को पाया कि जामुन की गुठली के चूर्ण का सेवन करने से फास्टिंग शुगर में कमी आती है।
पेट को साफ़ रखने में करता है मदद
जामुन के बीज का उपयोग पेट से संबंधित कई समस्याओं को प्रभावी ढंग से ठीक करने के लिए किया जा सकता है। जामुन में फाइबर की काफी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र के कामकाज में सुधार करने में मदद करती है। आंतों में घावों, सूजन और अल्सर से निपटने के लिए जामुन के बीजों का उपयोग मौखिक दवा के रूप में भी किया जा सकता है।
ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल
जामुन के बीज उच्च रक्तचाप से निपटने से परेशान लोगों के लिए एक वरदान साबित हो सकते हैं। क्योंकि इस फल के बीज में एक प्रकार का एंटीऑक्सिडेंट होता है, जिसे एलीजिक एसिड कहा जाता है, जो रक्तचाप के तेज उतार-चढ़ाव पर नियंत्रण रखने में मदद कर सकता है।
होता है इम्यूनिटी बूस्टर
जामुन के बीज में फ्लेवोनोइड और फेनोलिक यौगिक भी होते हैं, जो बेहद शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। यह शरीर से हानिकारक मुक्त कणों को दूर रखने में मदद करते हैं। इनसे हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है
मोटापा घटाने में करता है मदद
चूंकि जामुन फाइबर से भरपूर होता है, यह पेट को सुरक्षित रखने और वजन घटाने की प्रक्रिया को पूरा करने में मदद कर सकता है।
मर्दाना कमजोरी को करे दूर
इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट ,फाइबर कैल्शियम,आयरन और पोटेशियम शुगर लेवल को कंर्टोल करने के साथ-साथ मर्दों की कमजोरी को भी दूर करता है। सबसे पहले जामुन की गुठलियों को धोकर सुखा लिजिए। इसके बाद उन्हें पीसकर उनका चूर्ण बना कर किसी कांच की शीशी में भर लें। याद रखें सिर्फ 15 दिन तक का ही चूर्ण बनाएं। इसके बाद एक चम्मच जामुन का चूर्ण, एक चम्मच शहद के साथ रात को सोने से एक घंटा पहले खाएं। याद रखें जिन लोगों को शुगर की बीमारी है वो जामुन के साथ शहद का सेवन न करें। ये नुस्खा कम से कम एक महीना अजमाकर देखें। इससे पुरुषों में आई कमजोरी या इनफर्टिलिटी दूर होती है।
दांत और मसूड़ों से जुड़ी समस्या में कमी
जामुन का सेवन करने से दांत और मसूड़ों से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने के साथ इम्यूनिटी सिस्टम, खून की कमी, जोड़ो के दर्द को भी ठीक करता है।
आप जामुन का सेवन इसके बीज के पाउडर या फिर पत्तियों के रूप में कई तरीके से कर सकते हैं। आप इससे स्मूदी बना सकते हैं या किसी चीज में मिक्स कर के खा सकते हैं। स्वस्थ रहने के लिए अपने आहार में जामुन के बीजों को जरूर शामिल करें।