जानिए आखिर क्यों जेम्स कैमरून को Avatar- The Way Of Water बनाने में क्यों लगे 13 साल

जेम्स कैमरून को इस फिल्म को बनाने में पूरे 13 साल का लंबा समय लगा है, जो फैंस के लिए काफी हैरान कर देने वाला था। अब जब यह फिल्म 16 दिसंबर को रिलीज होने जा रही है, निर्देशक ने लोगों के इस प्रश्न का जवाब दे दिया है।

जानिए आखिर क्यों जेम्स कैमरून को Avatar- The Way Of Water बनाने में क्यों लगे 13 साल

हॉलीवुड फिल्म अवतार ना सिर्फ दुनिया की सबसे अधिक बिजनेस करने वाली फिल्मों में शामिल है, बल्कि तकनीक और ट्रीटमेंट के लिहाज से भी ये आइकॉनिक फिल्मों में शामिल है। 2009 में इतिहास रचने वाली यह फिल्म बड़े पर्दे पर लौट रही है, मगर बिल्कुल नये अवतार में। बता दे साल 2009 में आई जेम्स कैमरून की फिल्म 'अवतार' ने पूरी दुनिया में धूम मचाई दी थी। अब इस फिल्म का दूसरा पार्ट 'अवतार: द वे ऑफ वॉटर' पूरे 13 साल बाद रिलीज होने जा रहा है। इस फिल्म का लोगों ने 13 साल इंतजार किया है। 

फैंस को काफी समय से इंतजार था, जो अब जल्द ही खत्म होने वाला है। लेकिन सभी के दिलों में एक प्रश्न जरूर था कि आखिर जेम्स कैमरून को इतना लंबा समय क्यों लगा। 

हॉलीवुड की बेहतरीन फिल्मों में से एक 'अवतार: द वे ऑफ वॉटर' जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने जा रही है। जेम्स कैमरून को इस फिल्म को बनाने में पूरे 13 साल का लंबा समय लगा है, जो फैंस के लिए काफी हैरान कर देने वाला था। लोगों के दिलों में फिल्म से जुड़ा यह सवाल इसकी रिलीज होने की घोषणा से भी पहले से मन में था कि आखिर जेम्स कैमरून को 'अवतार 2' बनाने में इतना समय क्यों लगा। अब जब यह फिल्म 16 दिसंबर को रिलीज होने जा रही है, निर्देशक ने लोगों के इस प्रश्न का जवाब दे दिया है।

जेम्स कैमरून बोले, 'मैंने काफी समय पहले से ही इन सवालों का सामना करना शुरू कर दिया था कि क्या मैं एक और फिल्म बनाना भी चाहता हूं या फिर बस एक अवतार ही बनाकर रह गया हूं?' वह बोले, 'पहली फिल्म एक ऐसी मूवी थी, जो लोगों को एक पेड़ के लिए रोने पर मजबूर कर देती है। लेकिन इसका दूसरा पार्ट बनाने में जलवायु परिवर्तन ने एक अहम भूमिका निभाई है, जिसकी वजह से मुझे इसे बनाने में इतना समय लगा। इस समय लोग काफी गुस्से में हैं और हम फिल्म के जरिए इसका एक समाधान दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। हम इस फिल्म को एक अलग समय में पेश करेंगे। क्योंकि जो चीजें साल 2009 में लोगों का मनोरंजन करने के लिए थी शायद वह अब मनोरंजन नहीं है।' 

जेम्स कैमरून ने आगे कहा, 'फिल्म निर्माता की भूमिका इसे अब ऐसे ही दिखाना नहीं रहा है, बल्कि फिल्म के जरिए एक रचनात्मक समाधान पेश करने की है।' आपको बता दें, जेम्स कैमरून की इस फिल्म का पहला पार्ट 'अवतार' साल 2009 में आया था और वह इसका सीक्वल  'अवतार द वे ऑफ वाटर'13 साल बाद 16 दिसंबर को रिलीज हो रही है। फिल्म की एडवांस बुकिंग पूरी दुनिया में शुरू हो चुकी है। भारत में भी इसको बढ़िया रेस्पॉन्स मिल रहा है। इसकी एडवांस बुकिंग काफी अच्छी चल रही है, जो कोई हैरानी वाली बात नहीं है। 'अवतार द वे ऑफ वाटर' भारत में अंग्रेजी के अलावा हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम में भी रिलीज हो रही है।